जयपुर। राजस्थान (Rajasthan) के अलवर जिले में एक अलग ही मंजर ने सबको हतप्रभ कर दिया। दरअसल हुआ यूं कि शनिवार को सेवानिवृत्ति के बाद एक अध्यापक अपनी पत्नी और पोते के साथ हेलीकॉप्टर (Helicopter) से घर पहुंचे। अध्यापक के इस किस्से ने देशभर में खूब सुर्खियां बटोरी। इधर अध्यापक रमेश चंद मीणा ने इसे ‘आनंददायी अनुभव’ बताते हुए कहा कि इसके जरिए उन्होंने अपनी पत्नी के हेलीकॅाप्टर में बैठने के सपने को पूरा किया है।

हेलीकॉप्टर देख पत्नी ने पुछा, कितना खर्च आएगा

अध्यापक मीणा ने कहा कि एक दिन वे और उनकी पत्नी छत पर बैठे थे, इस दौरान पत्नी ने हेलीकॉप्टर (Helicopter) देखकर कहा कि इसमें बैठने का कितना खर्च आएगा। फिर क्या था पत्नी ने बस पूछा और पति ने मान में ठान लिया कि वे इस सपने को अपनी सेवानिवृत्ति के दिन पूरा करेंगे। मीणा ने दिल्ली की एक कंपनी से हेलीकॉप्टर (Helicopter) बुक किया। इस ग्रामीण इलाके में हेलीकॉप्टर को आता देख भारी भीड़ जुट गयी। सौराई से मलावली गांव की 22 किलोमीटर की दूरी हेलीकॉप्टर ने कुल मिलाकर 18 मिनट में पूरी की।

पौने चार लाख का खर्च आया

अपनी पहली हवाई यात्रा को आनंददायक बताते हुए मीणा ने कहा कि हम दोनों पति-पत्नी ने पहली बार हवाई यात्रा की। बहुत आनंद आया। उन्होंने कहा कि इस ‘हेलीकाप्टर (Helicopter) यात्रा’ पर लगभग पौने चार लाख रुपये का खर्च आया। मीणा ने 34 साल से अधिक समय तक शिक्षक के रूप में सेवाएं दीं। उनके दोनों बेटे सरकारी सेवा में हैं।

 स्कूल से घर तक का सफर

बता दें कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सौराई में व्याख्याता रमेश चंद मीणा शनिवार को सेवानिवृत्त हुए। उन्होंने स्कूल से अपने गांव मलावली (लक्ष्मणगढ़) जाने के लिए हेलीकॉप्टर (Helicopter) बुक करवाया था। स्कूल से विदाई के बाद वह अपनी पत्नी सोमती मीणा व पोते अजय के साथ हेलीकॉप्टर से अपने गांव पहुंचे। राज्य में अपनी तरह का यह पहला किस्सा है जब कोई अध्यापक सेवानिवृत्ति के बाद हेलीकॉप्टर से घर पहुंचा हो।

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