रायपुर। फोन टैपिंग मामले के आरोपी निलंबित IPS मुकेश गुप्ता (Suspended IP Mukesh Gupta) ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई है। उन्होंने रिट दाखिल कर सभी मामलों को CBI को ट्रांसफर करने की गुहार लगाई है। आपको बता दें कि निलंबित  IPS मुकेश गुप्ता (Mukesh Gupta) पर नान सहित साडा प्लॉट आबंटन को लेकर गड़बड़ी के आरोप में एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है।

इतना ही नहीं मिक्की मेहता (Mikki Mehta) की मौत को लेकर भी एक जांच की जा रही है। अब इन मामलों और जांच को लेकर निलंबित आईपीएस अधिकारी मुकेश गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट की शरण ली है। इनता ही नहीं इन सभी मामलो में राज्य सरकार को ही पार्टी बनाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सभी मामले राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित हैं। सुप्रीम कोर्ट ने रिट की सुनवाई करते हुए संबंधित पक्षों को जवाब हेतु नोटिस जारी किया है।

फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खरीदी थी जमीन

आपको बता दें कि पिछले दिनों माणिक मेहता की शिकायत पर निलंबित IPS मुकेश गुप्ता के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया था। मुकेश गुप्ता पर यह आरोप लगाया गया है कि दुर्ग जिले के एसपी के रूप में काम करने के दौरान उन्होंने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर साडा की मोतीलाल आवासीय योजना में भूखंड का आबंटन अपने नाम कराया था। यह आबंटन साडा भंग होने के बाद कराया गया। साडा भंग होने के एक दिन बाद ही 9 जून 1998 को 2928 वर्गफुट भूखंड के बदले उससे लगभग दोगुने भूखंड यानी 5810 वर्गफुट की रजिस्ट्री चेक देकर कराई। आरोप है कि जमीन क्रय करने पश्चात मुकेश गुप्ता (Mukesh Gupta) ने उस पर भवन निर्माण कराया। इस मामले की शिकायत होने बाद उस मकान को 42 लाख रुपये में बेच दिया और दिल्ली में 1 करोड़ 5 लाख रुपये का घर खरीदा।

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