रायपुर। राजधानी के नए बीजेपी (BJP) सांसद सुनील सोनी(MP Sunil Soni)  सेंट्रल स्कूल(Central School)  में 28 छात्रों को भर्ती करवाकर अब तक के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। रायपुर में महापौर रहते हुए भी उन्होंने खूब परिश्रम किया था। नए-नए लोकसभा में गए सांसद सोनी (MP Sunil Soni) अक्सर आखिरी बेंच पर बैठते हैं, मगर हैं बड़े काम के ! संसद भवन के जानकार सूत्रों ने बताया कि नए-नए सांसद बने सुनील सोनी (MP Sunil Soni) ने नए-नए केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री बनकर आए रमेश पोखरियाल से दोस्ती गांठ ली और उनकी विशेष अनुमति लेकर केंद्रीय विद्यालय (Central School)  में 28 गरीब छात्र-छात्राओं का एडमिशन करवा दिया। यहां हम ये भी बता दें कि नियमत: एक सांसद अपने कोटे से केवल 10 छात्रों को ही प्रवेश दिला सकता है। इसके बाद मामला बडेÞ नेताओं के संज्ञान में आया और केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री पोखरियाल (Union Human Resource Minister Pokhriyal) पर प्रधानमंत्री लाल हुए। उधर इस बात से बेखबर सांसद सोनी (MP Sunil Soni) फिर कुछ छात्रों के आवेदन लेकर पहुंच गए। बस फिर क्या था….यूनियन मिनिस्टर आफ ह्यूमन रिसोर्स ने हाथ जोड़ लिए, बोले भाई अब बस भी करो….हमारे भी बाल-बच्चे हैं।

सेंट्रल स्कूल में सबसे ज्यादा दाखिले करवाने का रिकॉर्ड:

आप विश्वास नहीं करेंगे इस दरम्यान सांसद सोनी (MP Sunil Soni) विशेष अनुमति लेकर रायपुर के 28 बच्चों का दाखिला सेंट्रल स्कूल(Central School) में करा दिया था। जब कि सांसद कोटा सिर्फ 10 का होता है, याद नहीं आता कि किसी सांसद ने इतनी बड़ी तादाद में छात्रों का दाखिला केंद्रीय विद्यालय में कराया हो? क्यों गरीबों के लिए हैं न अपने सांसद कमाल के?

क्यों लोग करवाना चाहते है एडमिशन:

दरअसल केंद्रीय विद्यालयों में पढ़ाई अच्छी होती है। सरकारी होने के नाते ये विद्यालय सस्ते भी होते हैं। इनमें ज्यादातर केंद्र सरकार की नौकरी करने वाले अधिकारियों कर्मचारियों के बच्चों का एडमिशन होता है। ऐसे में सांसद कोटा ही एक मात्र विकल्प बचता है गरीब छात्रों के लिए। वे सांसद कोटे से आवेदन देकर विशेष अनुमति के तहत अपने बच्चों का एडमिशन करवा लेते हैं। इनमें ज्यादातर लोग मध्यम तबके के होते हैं, या फिर गरीब।

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