रायपुर। सामान्य प्रशासन विभाग छत्तीसगढ़ (General Administration Department Chhattisgarh) के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) की एक घोषणा का मजाक बनाकर कर दिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मकान का छत गिरने से घायल होने पर लोक कलाकार रमा जोशी (Folk artist Rama Joshi, Chhattisgarh) को अपने स्वेच्छानुदान से 1 लाख रुपये का आर्थिक मदद देने की घोषणा की थी। भूपेश बघेल ने रमा जोशी के शीघ्र होने की कामना के साथ आर्थिक मदद की जानकारी को फेसबुक पर साझा भी किया था। मगर अधिकारियों ने 1 लाख रुपये देने के बजाए 10 हजार रुपये की राशि रमा जोशी को थमा दिया।
मुश्किल दौर से गुजर रहीं छत्तीसगढ़ की लोक गायिका रमा जोशी जी के लिए मैं स्वेच्छानुदान मद से एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत करता हूँ।
साथ ही मैं रमा जी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ। pic.twitter.com/wCJuF558Rb
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) July 5, 2019
इसे लेकर लोक गायिका रमा जोशी बेहद दुःखी हैं। वे खुद को इससे बेहद अपमानित महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा, कि उनकी आर्थिक स्थिति पिछले कुछ सालो से ठीक नहीं है। मगर जिस तरह से अधिकारियों ने उपहास किया है, वह ठीक नहीं है। मैं यह राशि ससम्मान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) को वापस कर रही हूं। लोक कलाकार सम्मान के भूखे होते हैं।
क्या है मामला
5 जुलाई को रमा जोशी के सिर पर छत का छज्जा गिर पड़ा। जिससे उनके सिर पर गंभीर चोट आई है। इस खबर को मीडिया ने प्रमुखता से दिखाया, जिसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात को गंभीरता से लिया और एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा की ताकि गायिका का इलाज हो सके।
मगर वर्तमान में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के देख-रेख वाले विभाग के अधिकारियों ने सीएम के आदेश को दरकिनार करते हुए रमा जोशी को 2 माह बाद 1 लाख रुपए के बजाए 10 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की है। ऐसे में सवाल उठता है कि लोक कलाकार का अपमान और मुख्यमंत्री की घोषणा का मजाक बनाने वाले अधिकारियों पर क्या कोई कार्रवाई होगी?