रायपुर। प्रदेश के सबसे चर्चित नान घोटाले (Nan scam) के मुख्य अभियुक्त शिवशंकर भट्ट आज सीजेएम (CJM) की अदालत में पेश हुए। शिवशंकर भट्ट ने सीजेएम कोर्ट में 164 के तहत कथन दिए जाने का आवेदन दिया है। मामले में सीजेएम (CJM) पवन अग्रवाल ने शिवशंकर भट्ट को 25 सितंबर की तारीख दी है। ऐसे में अब ये देखना काफी दिलचस्प होगा कि शिवशंकर भट्ट के 164 के तहत दिए जाने वाले कथन में क्या-क्या दर्ज हो सकता है। लेकिन फ़िलहाल इसके लिए 25 सितंबर तक का इंतजार करना होगा।

छत्तीसगढ के सियासत का सबसे चर्चित पन्ना नान घोटाला (Nan scam) है, इस नान प्रकरण में करोड़ों घोटाले का आरोप लगा था, जिसमें दो दर्जन से अधिक आरोपियों को तत्कालीन जाँच ऐजेंसी ने हिरासत में लिया था। प्रकरण में प्रबंधक शिव शंकर भट्ट को मुख्य अभियुक्त बनाया गया था। गिरफ़्तारी के समय शिव शंकर भट्ट के चैंबर से करीब दो करोड़ रुपए बरामद किए जाने का दावा जाँच एजेंसी ने किया था। शिव शंकर भट्ट इस प्रकरण में सबसे लंबे समय तक जेल में रहे थे और कुछ ही दिनों पहले जमानत पर रिहा हुए हैं।
नान घोटाले (Nan scam) को लेकर तब विपक्ष में रही और अब सत्ता में काबिज कांग्रेस ने प्रकरण में संक्षिप्त जाँच करने और प्रभावशालीयों को बचाने का आरोप लगाया था। कांग्रेस ने तब तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और उनकी पत्नी को लेकर भी सवाल खड़े किए थे। हालाँकि तब भाजपा सरकार ने पूरे आरोपों को सिरे से ख़ारिज किया था।
कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद प्रकरण की फिर से जाँच शुरु कराई और इसके बाद IAS अनिल टूटेजा को हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत और प्रक्रिया के तहत शिव शंकर भट्ट् को जमानत मिल गई। हाईकोर्ट में सरकार ने यह माना कि IAS अनिल टूटेजा के विरुद्ध साक्ष्य नही है।