रायपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की 150वीं जयंती वर्ष चल रहा है। इस मौके पर गांधी जी के विचारों (Thought) को नई पीढ़ी तक पहुंचाने के मकसद से कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में रायपुर स्थित पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय (PRSU) के ऑडिटोरियम में गांधी का स्वाराज विषय पर दो दिवसीय संगोष्ठी (Seminar) का आयोजन जी.आर चुरेंद्र (IAS) के मुख्य अतिथ्य में किया गया है।

सेमीनार का आयोजन पब्लिक रिलेशंस सोसाईटी ऑफ इंडिया (PRSI) रायपुर चेप्टर (Raipur Chapter) के द्वारा किया जा रहा है। पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम (Auditorium) में 19 से 20 अक्टूर को कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इन दो दिनों के दौरान देश के जाने माने वक्ता गांधी का स्वराज विषय पर अपने विचार रखेंगे। नागपुर से बालचंद जोशी, महात्मा गंधी विवि वर्धा के प्रोफेसर मनोज कुमार और दिल्ली से डॉ मनु मेश्रे महात्मा गांधी पर अपना व्याख्यान देंगे।

सेमीनार का विषय

1.गांधी का स्वराज, 2. माहत्मा गांधी और राष्ट्रीय आंदोलन (National Movement) 3. महात्मा गांधी की शिक्षा अध्यात्म और दर्शन (Education, philosophy) 4. महात्मा गांधी का आर्थिक चिंतन (Economic Thinking) 5. महात्मा गांधी सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में 6. बा-बापी और महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment), 7. गांधी, भाषा और साहित्य (Gandhi, Language, Literature), 8. महात्मा गांधी का जनसंपर्क और उनका संप्रेषण, 9. महात्मा गांधी की पत्रकारिता, 10. छत्तीसगढ़ में गांधी।

आमंत्रित वक्तागण

– प्रो. डॉ. मनोज कुमार, वर्धा
– प्रो. डॉ. श्रीकांत सिंह, भोपाल
– श्रीपाद भालचंद्र जोशी, नागपुर
– प्रो. डॉ. संजीव भानावत, जयपुर
– प्रो. माला मिश्र, नई दिल्ली
– प्रो. डॉ. मनीषा दुबे, बिलासपुर
– डॉ. गोपा बागची, बिलासपुर
– डॉ. शिवसिंह बघेल, वर्धा
– डॉ. सुधीर शर्मा, रायपुर
– आसिफ इकबाल, रायपुर

पीआरएसआई रायपुर चेप्टर के अध्यक्ष शाहिद अली का कहना है देश और दुनिया का जिस तरह की घटनाएं हो रही है उसे दुनिया खारिज कर रही है और देश और दुनिया को गांधी के विचारों की तरफ लौटना जरूरत बन गई है। दो दिन की संगोष्ठी में गांधी के विचारों, सिद्धांतों और गांधी का भारत कैसा होना चाहिए उस विषय पर देश के ख्याति प्राप्त वक्ता अपनी बात रखेंगे।

Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Twitter पर Follow करें और Youtube  पर हमें subscribe करें। एक ही क्लिक में पढ़ें  The Rural Press की सारी खबरें।