टीआरपी डेस्क: महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इन दोनों राज्यों में गैरराजनीतिक चेहरों

को मौका दिया, लेकिन कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी। इनमें से एक नाम था सोनाली फोगाट। इस टिकटॉक

स्टार को आदमपुर से टिकट गया था, जहां उनका मुकाबला कांग्रेस के कुलदीप विश्नोई से हुआ। इसी तरह

शिवसेना ने भी ग्लैमरस चेहरे के रूप में मुंब्रा कालवा सीट से एनसीपी के जितेंद्र आव्हाड के खिलाफ दीपाली

जहांगीर सैय्यद को उतारा था। पर इन दोनों सीटों पर सियासी चेहरों के आगे ग्लैमर का जादू नहीं चल पाया

और सोनाली और दीपाली दोनों को हार का सामना करना पड़ा।


बता दें कि टिकटाक गर्ल सोनाली फोगाटा के कारण हरियाणा की आदमपुर सीट देशभर में चर्चा का विषय

रही। हालांकि सोनाली को हार का सामना करना पड़ा है। कुलदीप विश्नोई को जहां 63,693 वोट हासिल

हुए, वहीं सोनाली के खाते में 34,222 मत पड़े। वैसे आदमपुर विधानसभा सीट पर भजनलाल परिवार का

कब्जा रहा है। 2014 तक यहां कुल 12 चुनाव हुए, जिनमें से 11 बार भजनलाल परिवार का सदस्य विधायक

चुना गया। पिछले विधानसभा चुनाव में कुलदीप बिश्नोई ने 56,757 वोट हासिल करते हुए इनेलो के कुलवीर

सिंह बेनीवाल को मात दी थी।

 

मुंब्रा कालवा में नहीं चला दीपाली का जादू

दीपाली मराठी अभिनेत्री हैं। वे चुनाव से ठीक पहले 4 अक्टूबर को शिवसेना में शामिल हुई थीं। शादी से पहले

दीपाली को लोग दीपाली भोसले के नाम से जानते थे। बाद में वे दीपाली जहांगीर सैय्यद हो गईं। शिवसेना ने

चुनाव प्रचार में इसका फायदा उठाया था। विधानसभा के हिंदू बहुल कलवा में उनका प्रचार दीपाली के नाम

से हुआ जबकि मुस्लिम बहुल मुंब्रा में सोफिया नाम से प्रचार किया गया। हालांकि यह उपाय नहीं चला और

दीपाली हार गईं।

महाराष्ट्र की मुंब्रा कालवा सीट पर एनसीपी के दो बार के विधायक जितेंद्र आव्हाड ने 1,09,283 वोट हासिल

करते हुए दीपाली को मात दे दी। दीपाली को महज 33,497 वोट मिले।

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