इसरो ने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आम़ंत्रित किया था चेतन भगत को

टीआरपी डेस्क/नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज और प्रेस काउंसिल ऑफ़ इंडिया (पीसीआई) के चेयरमैन रहे,

जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने अपने ट्विटर अकाउंट में मशहूर लेखक चेतन भगत का फर्जी बुद्धिजीवी बताया।

दरअसल इसरो ने अपने कार्यक्रम में चेतन भगत को बतौर मुख्य अतिथि आम़ंत्रित किया था।

जिसके बाद भगत के तीखे जवाब से वे इंटरनेट पर वायरल हो गए।

यह सब तब शुरू हुआ जब विश्व अंतरिक्ष सप्ताह समारोह के हिस्से के रूप में

इसरो में चेतन भगत को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।

4 नवंबर को, चेतन ने संगठन को धन्यवाद देने के लिए अपने ट्विटर अकाउंट पर इसे ‘मून लैंडिंग’ कहा।

 

उन्होंने इस घटना के कुछ चित्रों को कैप्शन के साथ ट्वीट किया,

“वास्तव में विश्व अंतरिक्ष सप्ताह के हालिया समारोहों के लिए इसरो में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मानित किया गया।

मुझे विश्वास नहीं हो सकता है कि

भारत के बेहतरीन संगठनों में से एक ने मुझे संबोधित करने के लिए चुना।

मेरे जीवन का बड़ा क्षण – मेरा अपना चाँद उतरना!

बता दें कि जस्टिस मार्कंडेय काटजू अपने बयानों के कारण कई बार विवादों में घिर चुके हैं।

चाहे वो सनी लियोनी के पक्ष में बोलने की बात हो मीडिया और

सरकार के बीच चर्चा छेड़ने की बात हो या फिर सलमान रुश्दी पर राय देनी हो,

जस्टिस काटजू अपनी बात रखने में नहीं हिचकिचाते।

ताजा मामले में जस्टिस मार्कंडेय काटजू के बयान के बाद सोशल मीडिया में फिर नई बहस छिड़ गई है।

इन बयानों से रहे हैं विवादों में

महात्मा गांधी ब्रिटिश और सुभाष चंद्र बोस जापानी एजेंट

जस्टिस काटजू ने हाल ही में महात्मा गांधी को ब्रिटिश एजेंट और सुभाष चंद्र बोस को जापानी एजेंट बताया था।

इस बयान को लेकर संसद में भी हंगामा हुआ था।

शाज़िया इल्मी को बताया था किरण बेदी से सुंदर

किरण बेदी, शाज़िया इल्मी के साथ सतीश उपाघ्याय

आम आदमी पार्टी की शाज़िया इल्मी को उन्होंने किरण बेदी से सुंदर बताया था।

उन्होंने कहा था, “मेरे जैसा आदमी भी जो आम तौर पर वोट

नहीं देता (क्योंकि मैं सभी भारतीय राजनेताओं को लफंगा और धूर्त समझता हूँ), शाजिया को वोट देता!

सलमान रुश्दी ‘मामूली’ और ‘औसत दर्जे का लेखक

उन्होंने सलमान रुश्दी को ‘मामूली’ और ‘औसत दर्जे का लेखक’ कहा था।

उनका कहना था कि रुश्दी का ‘मिडनाइट्स चिल्ड्रेन’ मुश्किल से महान साहित्य की श्रेणी में आता है।

‘90 प्रतिशत भारतीय बेवकूफ’ होते हैं

जस्टिस काटजू ने एक सेमिनार में कहा था कि

‘90 प्रतिशत भारतीय बेवकूफ’ होते हैं जो धर्म के नाम पर आसानी से बहकावे में आ जाते हैं।

क्रिकेटरों और फ़िल्मी सितारों को भारत रत्न देना इस सम्मान का मज़ाक

काटजू ने यह भी कहा था कि क्रिकेटरों और

फ़िल्मी सितारों को भारत रत्न देना इस सम्मान का मज़ाक उड़ाना होगा

क्योंकि इन लोगों का कोई ‘सामाजिक सरोकार’ नहीं होता।

अमरीकी पॉर्न स्टार के अतीत के लिए उनकी निंदा नहीं करनी चाहिए

रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ से सनी लियोनी चर्चा में आई थीं।

उन्हें लेकर बहुत लोगों ने आपत्ति जताई थी.

लेकिन काटजू ने कहा था कि अमरीकी पॉर्न स्टार के अतीत के लिए उनकी निंदा नहीं करनी चाहिए।

तमिलनाडु में ज़िला अदालत पर​ टिप्पणी

उन्होंने एक अंग्रेज़ी अख़बार में लिखते हुए दावा किया था कि तमिलनाडु में ज़िला अदालत के

एक जज पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप होने के बावजूद उन्हें मद्रास हाईकोर्ट का एडिशनल जज बनाया गया था।

काटजू का दावा था कि यह मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली केंद्र की यूपीए सरकार के दौरान हुआ था।

इन बयानों पर भी हुआ था विवाद

वर्ष 2012 में पटना में उन्होंने कहा था,

“मैंने सुना है कि लालू के राज में फ्रीडम ऑफ प्रेस होती थी,

लेकिन अब बिहार में फ्रीडम ऑफ प्रेस नहीं है।”

उन्होंने कथित ‘देशद्रोह’ के मामले में कार्टूनिस्ट असीम त्रिवेदी की गिरफ़्तारी का भी विरोध किया था।

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