जम्मू। जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में भारतीय सेना ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों को ढेर कर दिया। यह एक बहुत बड़ी साजिश थी, जिसे सेना ने नाकाम किया है। जिस आतंकी ने पुलवामा हमले को अंजाम दिया था, उसका भाई ट्रक में छिपाकर इन आतंकियों को ले जा रहा था।

समीर डार को पकड़ लिया गया है, जिसके भाई आदिल डार ने पुलवामा हमले को अंजाम देने के लिए विस्फोटकों से भरी कार को सीआरपीएफ के काफिले में घुसा दिया था। इस हमले में 20 से ज्यादा सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे।
बहरहाल, आज के घटनाक्रम के बारे में बताया गया है कि यह साजिश अफजल गुरु आत्मघाती दस्ते ने रची थी। ये आतंकी सुबह 5 बजे पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ कर भारतीय सीमा में आए थे।
9 फरवरी को हुई थी अफजल गुरु को फांसी :
संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को 9 फरवरी को फांसी दी गई थी। सैन्य अधिकारियों को आशंका है कि 9 फरवरी को किसी बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए यह साजिश रची गई थी।
आतंकियों के पास से स्नाइपर गन मिली है। इससे आशंका जताई जा रही है कि कई वीवीआईपी लोग इनके निशाने पर हो सकते थे। आतंकी साजिश को नाकाम करने का पूरा श्रेय सेना के कांस्टेबल भूमराज को जाता है।
भूमराज उसी टोल नाके पर तैनात थे, जहां से आतंकियों को ले जा रहा ट्रक गुजर रहा था। भूमराज को ट्रक ड्राइवर पर शक हुआ तो उन्होंने उसे साइड में रोकने कहा। इससे ट्रक में छुपे बैठे आतंकी सजग हो गए और गोलीबारी शुरू कर दी। भूमराज ने भी चैलेंज किया, गोलियां चलाई और आखिरकार अपने साथियों के साथ मिलकर आतंकियों को मार गिराया।
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