बीजिंग: चीन के वुहान प्रांत से शुरू हुआ कोरोना वायरस अब तक कई देशों में पहुंच चुका है। 30 से ज्यादा देशों में अब तक इस वायरस से प्रभावित मरीज सामने आ चुके हैं। इस खतरनाक वायरस ने चीन में जमकर कहर बरपाया है। वहां अब तक इसकी चपेट में आने से सैंकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं हजारों लोग इससे संक्रमित हैं। भारत में भी अब तक कोरोना वायरस के 3 संदिग्ध मरीज सामने आ चुके हैं।


कोरोना वायरस से दुनिया को बड़ा खतरा है। बर्लिन में हाल ही में हुई एक स्टडी में दुनिया के संवेदनशील 30 देशों जहां यह वायरस इम्पोर्ट हुआ है में भारत को भी शामिल किया गया है। हमबोल्ड्ट यूनिवर्सिटी ने मैथेमेटिकल मॉडल के जरिये यह स्टडी की है, इसमें भारत को इस खतरनाक वायरस की चपेट में आने की संवेदनशीलता के मामले में 17वें पायदान पर रखा गया है।

इस स्टडी में कोरोना वायरस के चीन से आने वाले नागरिकों के जरिये एयरपोर्ट से इम्पोर्ट होने की बात कही गई है। यूनिवर्सिटी की स्टडी रिपोर्ट के अनुसार प्रभावित देश में अन्य देशों के बोर्डिंग करने वाले नागरिकों की संख्या के हिसाब से रिलेटिव इम्पोर्ट रिस्क को देखा गया है। इसमें 30 देशों के नागरिकों द्वारा चीन का सफर करने की बात सामने आई है।

इन देश में सबसे ज्यादा खतरा :

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे ज्यादा इम्पोर्ट रिस्क चीन के एयरपोर्ट्स पर है जो कि 85 फीसदी है। बाकी बचे 15 फीसदी पूरे दुनियाभर में फैले हैं। गैर चीनी एयरपोर्ट्स में थाईलैंड सबसे ज्यादा संवेदनशील देश है जो लोगों को इस वायरस के साथ इम्पोर्ट कर रही है। यहां रिलेटिव इम्पोर्ट रिस्क 2.179 फीसदी है। थाईलैंड के बाद जापान, साउथ कोरिया और हांग कांग का नंबर आता है।

इस रिपोर्ट में 30 संवेदनशील देशों की सूची में भारत को 17वें नंबर पर रखा गया है। इसमें दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है। इसके बाद मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट फिर नेताजी सुभाषचंद्र बोस इंटरनेशनल एयरपोर्ट कोलकाता को रखा गया है। इसके बाद बेंगलुरु, हैदराबाद और कोचीन के एयरपोर्ट को रखा गया है।

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