नई दिल्ली। आखिरकर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच सफल हो ही गए, भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक संजीव चावला को क्राइम ब्रांच ने लंदन से दिल्ली लाने में सफल रही। कई प्रक्रिया पूरी करने के बाद प्रत्यपर्ण कर आज सुबह 10:30 बजे भारत लाया जा सका है। 2000 के मैच फिक्सिंग के मामले के आरोपी है संजीव चावला , तभी से उनकी तलाश जारी थी। भारत आने के बाद मैच फिक्सिंग की दुनिया के तमाम राज खुल सकते हैं, और क्रिकेट की दुनिया के कई और सितारों के नाम सामने आ सकते हैं।

क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह ने साउथ अफ्रीका के खिलाड़ी हैंसी क्रोनिए और संजीव चावला के बीच बातचीत की रिकॉर्डिंग सुनी थी और तब मैच फिक्सिंग का खुलासा हुआ था।

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के डीसीपी राम गोपाल नाइक की टीम जो इस मामले की जांच कर रही है वो गुरुवार सुबह करीब 10:30 बजे संजीव को लेकर दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पहुंची।

पुलिस ने साउथ अफ्रीका टीम के कैप्टन रह चुके दिवंगत हैंसी क्रोनिए समेत 6 लोगों के खिलाफ 2013 में ही चार्जशीट पेश कर दी थी,शुरुआती दौर में हैंसी क्रोनिए ने इन तमाम आरोपों से इनकार किया था लेकिन बाद में उन्होंने कबूल किया था कि वह मैच फिक्सिंग में शामिल थे, उन्हें पद से हटा दिया था और साल 2002 में हैंसी क्रोनिए की एक विमान दुर्घटना में मौत हो गई थी।

इस चार्जशीट में हैंसी क्रोनिए, सटोरिये संजीव चावला, मनमोहन खट्टर, राजेश कालरा और सुनील दारा सहित टी सीरीज के मालिक के भाई कृष्ण कुमार को आरोपी बनाया गया था।

लेकिन संजीव उसके पहले ही लंदन भाग गया था, पुलिस लगातार संजीव को भारत लाने की कोशिश कर रही थी. पुलिस ने साल 2000 में संजीव का पासपोर्ट रद्द करा दिया था,2005 में संजीव चावला को लंदन की नागरिकता भी मिल गई,2016 में उसे भारतीय एजेंसियों की पहल पर लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया था। उसके बाद वो लगातार कानूनी दांवपेंच खेलता रहा ,पिछले महीने उसने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कोर्ट में भी अपील की लेकिन उसे कोई राहत नहीं मिली।

 

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