टीआरपी न्यूज/नई दिल्ली। इन दिनों पूरी दुनिया कोरोना वायरस का दंश झेल रही है। इस भयानक वायरस ने लगभग 70 देशों में अपना आतंक मचा रखा है। चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस धीरे-धीरे पूरी दुनिया में फैल रहा है। इतना ही नहीं अभी तक किसी भी देश के पास इस वायरस का पुख्ता इलाज नहीं है।

वहीं भारत में इस वायरस ने 83 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। कोरोना के इस आतंक से पूरी दुनिया डरी हुई है। लेकिन क्या आप जानते हैं इससे पहले भी एक वायरस दुनिया में तहलका मचा चुका है। इस वायरस का नाम था Influenza Virus, जिसे लोग स्पेनिश फ्लू (Spanish flu) के नाम से भी जानते हैं।

प्रथम विश्व युद्ध के दौरान फैला था

11 नवम्बर 1918 में प्रथम विश्व युद्ध समाप्त हुए थे। इस युद्ध में क़रीब दो करोड़ लोग मारे गए थे। पूरी दुनिया युद्ध के परिणामों से उबर ही रही थी की स्पेनिश फ्लू के भयानक संकट ने घेर लिया। इस वायरस के शुरुआती मामले मार्च 1918 में सामने आए थे। देखते ही देखते ये वायरस पूरी दुनिया में फैल गया।

माना जाता है कि स्पेनिश फ़्लू नाम से जानी जाने वाली इस महामारी की शुरुआत प्रथम विश्व युद्ध के दौरान छोटे और भीड़ वाले बंकरों से हुई थी। ये वायरस बंकरों के आसपास गंदगी की वजह से पनपा था। जिसके बाद ये बीमारी सैनिकों में फैली और फिर सैनिकों के साथ उनके देशों में भी फैल गई।

5 से 10 करोड़ लोगों ने गंवाई थी जान

इस बीमारी की वजह से बहुत सारे लोग मारे गए। माना जाता है कि स्पेनिश फ़्लू से 5 से 10 करोड़ के बीच लोग मारे गए थे। इस बीमारी ने करीब दो साल तक कहर मचा रखा था। हालांकि कुछ देश इस बीमारी से बच गए थे।उनके बचने की प्रमुख वजह हवाई यात्रा थी। दरअसल, स्पेनिश फ़्लू जब फैला था तब दुनिया में हवाई यात्रा बहुत मंहगी थी। अमीर लोग ही इसकी सेवा ले पाते थे। यह बड़ी वजह थी कि उस समय दुनिया के कई देश इस बीमारी के प्रकोप से बच गए। एक रिपोर्ट के मुताबिक एड्स से जितने लोग 24 साल में मरे थे उतने Influenza Virus से 24 हफ्ते में मारे गए थे।

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