लखनऊ। कोरोनावायरस के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के सभी जिले 27 मार्च तक लॉकडाउन कर दिए गए हैं। यूपी से जुड़ी सभी सीमाओं को सील किया गया है। इसके बाद भी हालात नहीं सुधरे तो लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने के साथ कर्फ्यू भी लगाया जा सकता है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये कदम प्रदेश के हित में उठाए जा रहे हैं। कर्फ्यू लगाया जाए या नहीं, ये डीएम तय करें। कोरोनावायरस के मद्देनजर सरकारी कर्मी 3 शिफ्ट में काम करेंगे। सरकारी कर्मियों की आधी संख्या कर दी गई है।

फाइल फोटो

आधे कर्मियों को कार्यालय जाने की इजाजत होगी। उन्हें अपना पहचान पत्र रखना होगा। एक समय में दो से ज्यादा लोग एक जगह पर नहीं खड़े होंगे। दवा की दुकानें खुली रहेंगी। भीड़भाड़ कतई न हो। सभी औद्योगिक, व्यापारिक व निजी या सार्वजनिक क्षेत्र के हों, विद्यालय हों, इनमें कार्यरत श्रमिकों को छुट्टी रहेगी। उनका वेतन नहीं काटेगा।

योगी ने कहा कि सरकार पटरी दुकानदारों, मजदूरों के भरण पोषण एक करोड़ 65 लाख 35 हजार लोगों निशुल्क अनाज दे रही है। भरण पोषण भत्ते का इंतजाम किया गया है। 35 लाख श्रमिकों को एक-एक हजार रुपए भत्ता देने का काम शुरू हो गया है।

रेहड़ी खोमचा वालों के लिए इंतजाम किया गया है। सावधानी ही 23 करोड़ की जनता के साथ सवा सौ करोड़ के लिए बचाव का तरीका है। किसी को कोई जरूरत है तो यूपी 112 पर सूचित करें। सभी के लिए मास्क लगाना जरूरी नहीं है। इससे दहशत फैलती है।

यूपी में अब तक 34 मामले

अब तक प्रदेश में कोरोना के 34 केस सामने आए हैं। इनमें आगरा के 8, गाजियाबाद के 3, लखनऊ के 8, नोएडा में 8 और लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, वाराणसी, मुरादाबाद, कानपुर, शामली, जौनपुर में एक-एक मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

हालांकि, आगरा में सात, गाजियाबाद में दो और नोएडा व लखनऊ में 1-1 कुल 11 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, प्रदेश में अब तक 447 लोगों में कोरोना के लक्षण मिले हैं। जिनका सैंपल लिया गया है। कोरोना प्रभावित 12 देशों से अबतक 8398 लोग उत्तर प्रदेश लौटे हैं।

19 जिले पहले से लॉक डाउन थे

इससे पहले यूपी सरकार ने प्रदेश के 16 जिलों को 25 मार्च तक के लिए लॉकडाउन घोषित किया था। लेकिन, बाद में अयोध्या, जौनपुर, चंदौली को भी लॉकडाउन कर दिया गया। इसके बावजूद लोगों ने इसे हल्के में लिया।

नतीजा सीएम योगी ने पुलिस और जिला प्रशासन से सख्ती से लॉकडाउन का पालन कराने का निर्देश दिया। देर शाम तक यूपी के 16 जिलों में 228 एफआईआर दर्ज हुई। लॉकडाउन के दौरान वाहन लेकर निकले लोगों से 22,85,651 रुपए का जुर्माना वसूला गया। 10754 वाहनों के चालान हुए और 645 वाहनों को सीज कर दिया गया था।

यूपी 112 हेल्पलाइन के लिए 31.5 करोड़ जारी

कोरोनावायरस के बढ़ते प्रभाव के बाद भी यूपी 112 के पुलिसकर्मी अपनी जिंदगी जोखिम में डालकर सेवाएं दे रहे हैं। योगी सरकार ने यूपी 112 के निर्बाध संचालन के लिए 31.5 करोड़ रुपए जारी किए हैं। एडीजी असीम अरुण ने बताया- ये धनराशि पुलिसकर्मियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए जारी हुई है।

इस धनराशि में से 9.5 करोड़ रुपए पीआरवी कर्मियों के लिए मास्क, ग्लव्ज, सूट और 22 करोड़ रुपए डीजल-पेट्रोल, टेक्नोलॉजी पर खर्च किया जाएगा।

ये निर्देश जारी हुए

0 जब तक कोई इमरजेंसी न हो, अनावश्यक रूप से न निकलें।

0 जरूरी सेवाएं देने वाले और जरूरी सेवाओं के विभागीय कर्मियों को पास दिया जाएगा।

0 लोग एक बार दफ्तर पहुंचने के बाद बाहर नहीं निकलेंगे, ड्यूटी खत्म होने पर कहीं और जाने के बजाय सीधे घर जाएं।

0 एक बाइक पर दो लोग नहीं चलेंगे। पूरे कागजात, विभागीय आईडी, ड्यूटी पास साथ रखना होगा। ये नहीं पाए जाने पर कठोर कार्रवाई होगी।

0 आपातकालीन चिकित्सीय सुविधा में निकलने वाला व्यक्ति मेडिकल कागजात रखेंगे और पूछे जाने पर दिखाएंगे।

0 यदि कोई अनावश्यक रूप से घूमता पाया गया तो लॉकडाउन उल्लंघन में गाड़ियां सीज कर केस दर्ज होगा।

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