रायपुर। कोरोना वायरस का कहर देशभर में जारी। वहीं लॉकडाउन के चलते अब कर्नाटक में फंसे छत्तीसगढ़ के मजदूरों ने वीडियो जारी कर प्रदेश सरकार से मदद मांगी है। इन लोगों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मदद की गुहार लगाई है।

इन लोगो का कहना है कि चार दिन से ये घरों में कैद हैं। इनके पास खाने के लिए राशन नहीं है। ये लोग बिस्कुट और मिक्चर से अपना पेट भर रहे हैं।

सबसे ज़्यादा दिक्कत उन मां ओं को हैं, जो अपने दूध पीते बच्चो के साथ फंसी हुई हैं। ये सभी अपने-अपने परिवार के साथ फंसे हुए हैं।

इन फंसे मज़दूरो में से राजनांदगांव ज़िले के प्रमोद साहू है। प्रमोद ने बताया कि वे लोग करीब 30 की संख्या में हैं। जो दक्षिण कन्नड़ के मंगलोर में तालापड़ी में किराए के घर मे हैं।

उन सबके पास राशन खत्म हो चुका है। प्रमोद का कहना है कर्नाटक में अलग-अलग जगहों में छत्तीसगढ़ के करीब 200 से अधिक मज़दूर ऐसे ही फंसे हुए हैं, जिन्हें मदद की दरकार है। ये सभी अपने घरों को लौटना चाहते हैं।

प्रमोद का कहना है कि उनके पास कुछ अधिकारियों के फोन आते हैं, जो ये आश्वासन देते हैं कि मंगलोर के कलेक्टर से बात करके उनके लिए इंतज़ाम कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है।

प्रमोद का कहना है कि चार दिन से उन लोगों के पास राशन नहीं है। वे बिस्किट खाकर दिन बिता रहे हैं।

बता दें कि इसी तरह यूपी के लखनऊ में फंसे छत्तीसगढ़ के मजदूरों ने मदद की गुहार लगाई थी। इस पर गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने तत्काल कार्यवाही करते हुए अफसरों को मदद करने के निर्देश दिए थे, जिस पर उन लोगों के लिए तत्काल खाने-पीने की व्यवस्था कराई गई थी।

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