टीआरपी डेस्क। मौसम विभाग ने मानसून का पहला अनुमान जारी कर दिया है। भारतीय मौसम विभाग के लंबी रेज वाले अनुमान में कहा गया है कि दक्षिण पश्चिम मानसून इस बार सामान्य रहेगा।
चार महीने का दक्षिण-पश्चिम मानसून आमतौर पर 1 जून को केरल से शुरू होता है। ये कृषि अर्थव्यवस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि देश में सालाना हो वाली बारिश का 75% इसी मानसून से होती है।
बता दें कि लॉन्ग रेंज मॉनसून फोरकास्ट हर साल मौसम विभाग द्वारा जारी की जाती है जिसमें उस साल के मानसून के दौरान देश में बारिश का अनुमान जताया जाता है। मौसम विभाग के पहले एक निजी एजेंसी पहले ही इस साल के मानसून की भविष्यवाणी कर चुकी है।
इसके अनुसार, इस साल मानसून सामान्य से ज्यादा होगा और जरूरत से ज्यादा बरसात होगी। देश में ऐसा मौसम ला नीना की स्थितियों के कारण होगा।
आईएमडी ने 15 अप्रैल, 2019 को मानसून 2019 का अपना पूर्वानुमान जारी किया था। मौसम विभाग ने दीर्घावधि औसत की तुलना में 96% मानसून वर्षा की संभावना जताई थी। इसमें 5% का एरर मार्जिन भी रखा गया था। 4 महीनों के मानसून सीजन में औसतन 887 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन पिछले साल इतनी बारिश नहीं हुई।
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