राम मंदिर निर्माण : 1 जुलाई को अयोध्या आ सकते हैं पीएम नरेन्द्र मोदी

अयोध्या। रामजन्मभूमि परिसर में बहुप्रतीक्षित भूमि पूजन के लिए स्थितियां अनुकूल रहीं तो आषाढ़ शुक्ल एकादशी यानी हरिशयनी एकादशी तदनुसार एक जुलाई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अयोध्या आ सकते हैं। यदि परिस्थितियां सामान्य नहीं हुईं तो फिर वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए वह भूमि पूजन में शामिल होंगे।

रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय व ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र नई दिल्ली से अभी वापस नहीं लौटे हैं। मंदिर निर्माण समिति की बैठक के बाद समिति अध्यक्ष एवं वरिष्ठ आईएएस नृपेंद्र मिश्र के साथ ट्रस्ट के महासचिव राय ने गृह मंत्री अमित शाह व प्रधानमंत्री मोदी से भेंटकर भूमि पूजन का आमन्त्रण दिया और संभावित तिथियों में से सुविधानुसार किसी एक तिथि के लिए मंजूरी देने का आग्रह किया।

रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने बताया कि अभी समतलीकरण की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से भूमि पूजन किया जाएगा। इसके बाद मंदिर निर्माण की कार्यदाई संस्था एलएण्डटी की ओर से रामजन्मभूमि पर मंदिर के नींव की खुदाई शुरू कराई जाएगी।

चीन की वायुसेना के लड़ाकू विमानों की गतिविधि में आई कमी, पेट्रोलिंग प्वाइंट 14 पर भी कम हुए वाहन

नई दिल्लीेे। पूर्वी लद्दाख सेक्टर में चार में से दो बिंदुओं पर सैनिकों को हटाने के बाद भी भारतीय और चीनी वायुसेना के लड़ाकू विमान पिछले दो दिनों से न के बराबर वायु गतिविधि के साथ जमीन पर बने हुए थे। 6 जून को सैन्य कमांडर वार्ता के बाद से PLA वायु सेना की लड़ाकू गतिविधि में काफी कमी आई है। मंगलवार को अक्साई चिन क्षेत्र में कुछ हवाई आवाजाही के अलावा फाइटर एयर एक्टिविटी शून्य रही। साथ ही पेट्रोलिंग प्वाइंट 14 पर चीनी वाहनों की कमी रही। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, पूर्वी लद्दाख में दो सबसे अधिक जरूरी बिंदुओं से वायु गतिविधि में कमी और वापसी का मतलब है कि आने वाले दिनों में दोनों पक्षों के सैन्य कमांडर एक-दूसरे के संपर्क में रहेंगे।

हालांकि दोनों ओर के सैनिक पैंगोंग सो, दौलत बेग ओल्डी और डेमचोक जैसे क्षेत्रों में अब भी आमने-सामने हैं। सैन्य तनाव दूर करने के लिए लेह स्थित 14 कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और तिब्बत सैन्य जिले डिस्ट्रिक्ट के कमांडर मेजर जनरल लियू लिन के बीच भी छह जून को बातचीत हुई थी।

हल्के कोरोना लक्षण वाले मरीजों को मिल सकती है गैस की दवा से राहत, 2 दिन में दिखेगा असर

नई दिल्ली। एक नए अध्ययन का दावा है कि कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों को गैस की दवा से राहत मिल सकती है। ऐसे मरीजों को खांसी व सांस लेने में तकलीफ होने पर यह दवा दो दिन के अंदर असर करने लगेगी। इतना ही नहीं मरीज को अगले 14 दिन तक कोरोना के ऐसे लक्षणों में आराम रहेगा। यह अध्ययन ‘गट’ जर्नल में प्रकाशित हुआ है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे घर में क्वारंटाइन हुए मरीजों को लाभ मिल सकता है।

आसानी से उपलब्ध व सस्ती एंटी एसिडिटी दवाओं का उपयोग अपच की समस्या दूर करने के लिए किया जाता है। अध्ययन में पाया गया कि यह दवा कोविड-19 के उन मरीजों को आराम पहुंचा सकती है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं होती। ऐसे मरीजों में कोरोना के प्रमुख छह लक्षण जैसे खांसी, सांस लेने में कठिनाई, थकान, सिरदर्द और भोजन के स्वाद का पता न लगने जैसी समस्याएं हर दिन आती हैं। मरीजों में गैस की दवा का असर पता करने के लिए शोधकर्ताओं ने ऐसा ट्रैकिंग तरीका अपनाया जो आमतौर पर कैंसर मरीज के लिए इस्तेमाल होता है। इसमें उन्होंने कोरोना के छह प्रमुख लक्षणों की माप के लिए चार बिंदु पैमाने विकसित किए।

भारत समेत 15 देशों में दोबारा से लौट सकती है कोरना संक्रमण की लहर

नई दिल्ली। देश में दोबारा से लॉकडाउन लग सकता है और वह भी पहले के मुकाबले और सख्त होगा। यह कहना है सिक्योरिटीज रिसर्च फर्म नोमुरा का। नोमुरा की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत का नाम उन 15 देशों में शामिल है, जहां लॉकडाउन में ढील देने से कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।

इन 15 देशों में कोरोना की लहर दोबारा लौटने की आशंका जताई गई है। इसमें लोगों की आवाजाही और कोविड-19 के मामलों की संख्या में बढ़ोतरी को आधार बनाया गया है। मालूम हो कि देश में आठ जून से अनलॉक के तहत ज्यादातर व्यवसायिक और धार्मिक गतिविधियों में छूट दे दी गई है।


रिपोर्ट में कहा गया है कि अर्थव्यवस्था खोलने के मामले में 17 देश सही राह पर हैं, यहां दूसरी लहर के लौटने के कोई संकेत नहीं मिले हैं। 13 देशों में हल्के संकेत मिले हैं, जबकि भारत समेत 15 देशों में संक्रमण की लहर के दोबारा से लौटने का जोखिम बहुत ज्यादा है।
स्टडी के मुताबिक, लॉकडाउन हटाने से दो तरह के हालात बनेंगे। पहले को अच्छा बताया गया है। इसमें लॉकडाउन में छूट दिए जाने के बाद लोगों की आवाजाही बढ़ेगी और व्यवसायिक सेवाएं शुरू होंगी, हालांकि प्रतिदिन नए मामलों में मामूली बढ़ोतरी होगी। वहीं दूसरी परिस्थिति पहली से बुरी होगी।

बंगाल में तृणमूल नेता की गोली मारकर हत्या, पार्टी के नेताओं पर ही साजिश का शक

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना में तृणमूल कांग्रेस के एक नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक का नाम आमिर अली खान है। आमिर को अज्ञात बदमाशों ने उस वक्त गोली मारी जब वह बासंती इलाके में सुबह की सैर पर गए थे।

पुलिस के मुताबिक बदमाशों ने मौके से भागते वक्त एक बम भी फेंका जिससे तीन अन्य लोग भी घायल हो गए। सूत्रों के मुताबिक हमला तृणमूल कांग्रेस के भीतर के गुटीय मतभेद के कारण हुआ है। दरअसल, टीएमसी के युवा मोर्चा और मुख्य पार्टी के बीच इलाके में नेतृत्व संभालने को लेकर रस्साकशी चल रही है। घटना के बाद कई स्थानीय लोगों ने युवा टीएमसी नेता के घर तोड़फोड़ की। 
पुलिस ने मौके से कई देशी बम बरामद किए हैं। हालांकि, स्थानीय तृणमूल नेताओं ने इस हत्या में संलिप्तता से इनकार किया और मतभेद के आरोप को खारिज कर दिया। इन लोगों ने विपक्षी दलों पर हमला करवाने का आरोप लगाया।

लापरवाही: एक महीने से बच्चों को ट्यूशन पढ़ा रही महिला निकली कोरोना पाजिटिव

बिलासपुर। सीपत के नवाडीह चौक क्षेत्र में रहने वाली 39 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव महिला एक महीना पहले झारखंड से आई थी। इसके बाद आसपास के बच्चों को ट्यूशन पढ़ा रही थी। उसकेसंक्रमित होने की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।

सीपत के नवाडीह चौक में रहने वाली महिला ने चार मई को झारखंड से कार के माध्यम से वापसी की थी। उसने अपनी ट्रेवल हिस्ट्री की जानकारी जिला प्रशासन को नहीं दी। इसके बाद वह क्षेत्र के कुछ बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाने लगी। कुछ दिन पहले अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और उसमें कोरोना वायरस के लक्षण दिखने लगे। धीरे-धीरे वह सर्दी-बुखार, खांसी और गले में खरास की समस्या से ग्रस्त हो गई।

तब इसकी जानकारी मस्तूरी स्वास्थ्य विभाग को दी गई। आठ जून को उसका सैंपल लिया गया। उसकी हालत को देखते हुए तत्काल रिपोर्ट मांगी गई थी। सोमवार की शाम मिली रिपोर्ट में उसके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि की गई।

कोरोना के लक्षण महसूस हुए तो सरकारी अस्पताल और कोविड सेंटरों में जाएं, 5 दिन की दवा का डोज मिलेगा

रायपुर। अगर आपको कोरोना के लक्षण महसूस होते है तो आप नजदीकी सरकारी अस्पताल या कोवि़ड सेंटर जाकर पांच दिन की दवाई का डोज़ ले सकते हैं। जब आप अस्पताल जाएंगे, ओपीडी में बैठे डाक्टर लक्षण के आधार पर दवा देंगे।

यह डोज कोरोना गाइडलाइन के मुताबिक होगा। ऐसे व्यक्ति की जांच के बाद डाक्टर इस नतीजे पर पहुंचेंगे कि उसे क्वारेंटाइन सेंटर भेजना है या सुविधा होने पर घर में ही आइसोलेट करके उसे दवाई के डोज लेना है। सरकारी अमला सुविधा के अनुसार ऐसे व्यक्ति का स्वाब सैंपल लेगा। टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई तो संंबंधित व्यक्ति को क्वारेंटाइन वगैरह की जरूरत नहीं होगी। पाजिटिव रही तो उसे अस्पताल में भर्ती कर दिया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में संबंधित व्यक्ति का एक पैसा खर्च नहीं होगा।
हेल्थ अफसरों ने बताया कि बारिश की शुरुआत के साथ ही सर्दी-खांसी बढ़ेगी। इससे कोरोना की आशंका भी बढ़ेगी, इसलिए विभाग ने इलाज का आसान और सुलभ तरीका निकाला है। सैंपल की रिपोर्ट आने से पहले ही संबंधित व्यक्ति को दवा का डोज देने का उद्देश्य यह भी है कि उसके शरीर में वायरल का लोड कम हो जाए, या फिर वह पूरी तरह ठीक भी हो जाए।

एमए, एमकॉम व एमएससी चतुर्थ सेमेस्टर के लिए होगी परीक्षा, गाइडलाइन जल्द ही

रायपुर। एमए, एमकॉम, एमएससी चतुर्थ सेमेस्टर के लिए एग्जाम होगा। इस कक्षा के छात्रों को परीक्षा से छूट नहीं मिली है। इसी तरह एलएलबी, बीपीएड, बीएड, एमएड समेत अन्य कक्षाओं के भी अंतिम सेमेस्टर के छात्र भी परीक्षा की तैयारी करें।
इसके लिए जल्द गाइडलाइन जारी होगी। पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से इन कक्षाओं के अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा मई-जून में होने वाली थी। अब परीक्षा के लिए नई गाइडलाइन जारी होगी।


कुछ दिन पहले, उच्च शिक्षा विभाग से परीक्षा को लेकर एक निर्देश जारी किया गया। इसके मुताबिक सेमेस्टर परीक्षा पद्धति के अंतर्गत अंतिम सेमेस्टर काे छाेड़कर अन्य कक्षाओं की परीक्षा आयोजित नहीं होगी। रविवि से संचालित पीजी पाठ्यक्रम सेमेस्टर पद्धति से है। इसके तहत एमए, एमकॉम व एमएससी में नियमित छात्रों की पढ़ाई चार सेमेस्टर में हैं। मई-जून में द्वितीय व चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा होने वाली थी। लेकिन नए निर्देश के तहत अंतिम सेमेस्टर यानी चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। जानकारी के मुताबिक 12 जून को समन्वय समिति की स्टैंडिंग की बैठक होगी। इसमें यह तय होगा कि आगामी परीक्षा कैसे आयोजित की जाए। किन-किन को छूट दी जाएगी।

प्रवासी मजदूरों को राशनकार्ड के बिना दो महीने का राशन

रायपुर। प्रवासी मजदूरों को भी राशन कार्ड के बगैर दो महीने राशन मुफ्त में मिलेगा। इन लोगों को मई और जून महीने में प्रति सदस्य पांच किलो चावल और एक किलो चना प्रति परिवार दिया जाएगा। इसके पंजीयन हेतु खाद्य विभाग द्वारा प्रवासी खाद्य मित्र एप जारी किया गया है।

सीएम भूपेश बघेल के निर्देश पर खाद्य विभाग ने सभी जिला कलेक्टरों को इसका आदेश जारी कर दिया है। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण से हुए लॉकडाउन के कारण काफी संख्या में प्रवासी श्रमिक छत्तीसगढ़ में हैं। उनके लिए राज्य सरकार द्वारा नि:शुल्क राशन की व्यवस्था की जा रही है। बताया गया है कि प्रवासी श्रमिकों एवं अन्य व्यक्तियों को निःशुल्क राशन लेने के लिए मोबाइल पर कॉम.एनआईसी.सीजीसिटीजन एप को डाउनलोड कर अपने एवं अपने परिवार के सदस्यों का पंजीयन करा सकते हैं। इसके अलावा खाद्य विभाग की वेबसाइट में भी ऑनलाइन पंजीयन करा सकते हैं।

मानसून से पहले राजधानी के जर्जर भवनों की सूची तैयार

रायपुर। मानसून के पहले राजधानी में जर्जर भवनों की सूची तैयार कर ली गई है। अब इन सभी भवनों के बाहर नोटिस चस्पा की जा रही है। नोटिस के माध्यम से मकान में रहने वाले लोगों को चेतावनी भी दी गई है कि वे जान की सुरक्षा के लिए भवनों को खाली कर दें। निगम प्रशासन की ओर से हालांकि हर साल मानसून के पहले जर्जर भवनों की सूची तैयार कर नोटिस चस्पा की जाती है, लेकिन अब तक किसी भी भवन मालिक पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस वजह से राजधानी में जर्जर भवनों की संख्या कम नहीं हो रही है।


दूसरी ओर मानसून में शहर में पानी न भरें इसलिए निगम कमिश्नर सौरभ कुमार ने सभी आठ जोन कमिश्नरों से कहा है कि वे सुनिश्चित करें कि कहीं भी नालों या नालियों से ओवरफ्लो न हो। नाले-नालियों की सफाई नियमित रूप से होती रहे, जिससे नालों का पानी कॉलोनियों या सड़कों पर न आए। मानसून में हर तरह की प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए जोनवाइज कंट्रोल रूम भी तैयार कर लिए गए हैं। इनका प्रभारी जोन कमिश्नरों को बनाया गया है।