1. भारत से बातचीत के साथ विवाद को लंबा खींचकर नए फ्रंट खोलना चाहता है ड्रैगन

नई दिल्ली। चीन के साथ सैन्य व कूटनीतिक स्तर पर बातचीत जारी रहने के बाद भी भारत को ड्रैगन पर भरोसा नहीं हो रहा है। कूटनीतिक स्तर पर भारत की ओर से बार-बार तय सहमति को ईमानदारी से और तेजी से लागू करने पर जोर दिया जा रहा है लेकिन सूत्रों ने आशंका जताई कि चीन मामले को लंबा खींचकर नए फ्रंट खोल सकता है। साथ ही, गलवान इलाके में ठंड तक अपनी सेनाओं की मौजूदगी के बाद कुछ नई हरकतों को अंजाम दे सकता है।

सूत्रों के अनुसार भारत बातचीत के साथ जमीनी हालात पर नजर बनाए हुए है क्योंकि चीन हर सहमति और समझौते की जमीन पर अपनी सुविधा के मुताबिक व्याख्या करता है। चीन की नजर नए इलाकों पर है। खुफिया रिपोर्ट चीन की खतरनाक मंशा की तस्दीक करती हैं। भारत की चिंता लद्दाख के अलावा अन्य सीमाओं को लेकर भी है क्योंकि चीन एक जगह ध्यान बंटाकर दूसरी जगह घात करता है। गलवान घाटी में भी नए इलाकों में चीनी सेना की गतिविधि की जानकारी भारतीय पक्ष को है। सूत्रों ने कहा कि भारत बार-बार ईमानदारी से समझौतों को लागू करने की बात इसीलिए कर रहा है क्योंकि जो सूचनाएं मिल रही हैं, वे संदेह पैदा करती हैं।

2. कोरोना संक्रमित मरीजों की तलाश के लिए राज्य सरकारें दोगुने टेस्ट की तैयारी में जुटीं

नई दिल्ली। संक्रमित मरीजों की तलाश के लिए राज्य सरकारें अब दिल्ली की तर्ज पर टेस्ट दोगुना करने की तैयारी कर रही हैं। आंध्र प्रदेश सरकार ने अगले 90 दिन में घर-घर जाकर सबका टेस्ट करने का ऐलान किया है। ऐसा करने वाला आंध्र प्रदेश पहला राज्य होगा। वहीं, महाराष्ट्र, यूपी, हरियाणा, छत्तीसगढ़ और गुजरात में बड़ी संख्या में रैपिड एंटीजन टेस्ट शुरू हो गया है। पश्चिम बंगाल और झारखंड सरकार ने भी तुरंत टेस्ट की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया है।

आंध प्रदेश में सबका टेस्ट: आंध्र प्रदेश की सरकार शुरू से ही आक्रामक टेस्टिंग, मरीजों से जुड़े लोगों की तलाश और संक्रमितों का समय पर इलाज करने में जुटी हुई है। गंभीर मामलों के लिए निजी अस्पतालों को कोविड अस्पताल बना दिया है और दूसरे अस्पतालों को हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए, कोविड केयर सेंटर में तब्दील कर दिया है।

3. एक्सपर्ट्स बोले- पतंजलि की कोरोनिल को अभी और टेस्टिंग की जरूरत

नई दिल्ली। हाल ही में योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि ने कोरोना वायरस की दवा कोरोनिल को लॉन्च किया। ऐसे में एक्सपर्ट्स का दावा है कि प्रयोग से पहले इस दवा को और टेस्टिंग की जरूरत है। हालांकि पतंजलि ने पहले ही प्लेसबो-नियंत्रित नैदानिक क्लीनिकल टेस्ट का दावा किया है।

जयपुर मेडिकल कॉलेज में क्लिनिकल परीक्षण चलाने वाले प्रमुख अन्वेषक ने निष्कर्षों की पुष्टि की, लेकिन कहा कि नतीजे प्रारंभिक थे और अध्ययन जारी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अध्ययन उन रोगियों पर किया गया था जो 35 से 45 वर्ष की आयु के बीच हल्के लक्षण दिखा रहे थे। बीमारी के कारण सबसे बुरे हाल में माने जाने वाला कोई भी व्यक्ति परीक्षण का हिस्सा नहीं थे। पतंजलि ने मंगलवार को कोरोना वायरस का इलाज का दावा करते हुए कोरोनिल नामक दवा लॉन्च की थी। इसके बाद शाम को आयुष मंत्रालय ने दवा से संबंधित जानकारी मांगते हुए ‘कोरोनिल’ के विज्ञापन पर रोक लगा दी।

4- अमेरिकी रिपोर्ट, पाकिस्तान अब भी आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह

वाशिंगटन। अमेरिका ने कहा कि पाकिस्तान ने 2019 में आतंकवाद के वित्त पोषण को रोकने और उस साल फरवरी में हुए पुलवामा हमले के बाद बड़े पैमाने पर हमलों को रोकने के लिए भारत केंद्रित आतंकवादी समूहों के खिलाफ “मामूली कदम” उठाए। लेकिन वह अब भी क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादी समूहों के लिये “सुरक्षित पनाहगाह” बना हुआ है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान को दी जाने वाली अमेरिकी सहायता पर जनवरी 2018 में लगाई गई रोक 2019 में भी प्रभावी रही।

उसने कहा, “पाकिस्तान ने आतंकववाद के वित्त पोषण को रोकने और जैश ए मोहम्मद द्वारा पिछले साल फरवरी में जम्मू कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों के काफिले पर किये गए आतंकी हमले के बाद बड़े पैमाने पर हमले से भारत केंद्रित आतंकी संगठनों को रोकने के लिये 2019 में मामूली कदम उठाए।


5- CBSE 2020 : शेष परीक्षाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज, सीबीएसई बताएगा अपना फैसला

नई दिल्ली। सीबीएसई 10वीं और 12वीं की बची हुई परीक्षाओं को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। बोर्ड शेष परीक्षाएं कराने को लेकर अपना फैसला बताएगा। इससे पहले केंद्रीय बोर्ड ने मंगलवार को शीर्ष अदालत को यह जानकारी दी थी कि फैसला बुधवार शाम तक ले लिया जाएगा। लेकिन बुधवार को इस संबंध में बोर्ड या सरकार की ओर से कोई घोषणा नहीं की गई। शीर्ष अदालत आज 2 बजे इस मामले की सुनवाई करेगी।

जस्टिस एएम खानविलकर की पीठ ने आईसीएसई बोर्ड से कहा था कि वह भी सीबीएसई के फैसले का अनुसरण कर सकता है। कोरोना के कारण कुछ अभिभावकों ने 1 से 15 जुलाई तक होने वाली बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने तथा इंटरनल असेसमेंट के आधार पर छात्रों का रिजल्ट बनाने की मांग करते हुए शीर्ष अदालत में याचिका दायर की है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी का प्रकोप बढ़ रहा है, परीक्षा के लिए बच्चों को भेजने से उन्हें खतरा हो सकता है।

6. पतंजलि ग्रुप के ‘कोरोना दवा’ के दावे पर स्वास्थ्य मंत्री बोले- बिना प्रमाणिकता के कोई भी दावा करना गलत

रायपुर। योगगुरू रामदेव ने कोरोना वायरस से बचाव की दवा लॉन्च की है, जिसका डॉक्टरों ने विरोध शुरू कर दिया है। छत्तीसगढ़ सरकार का भी कहना है कि बिना प्रमाणिकता के कोई भी दावा करना गलत है।

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि आईसीएमआर या समकक्ष संस्था से बिना मंजूरी लिए शासन कैसे अनुमति दे सकती है। रजिस्ट्रेशन के बाद दवा या टॉनिक के रूप में इसे इस्तेमाल किया जा सकता है। इलाज के रूप में नहीं किया जा सकता।

आयुर्वेदिक कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ संजय शुक्ला का कहना है कि कई राज्यों में आयुर्वेद से कोरोना का इलाज किया जा रहा है। मरीज ठीक भी हो रहे हैं। आईसीएमआर या समकक्ष संस्था से मंजूरी लिए बिना दवा लॉन्च करना गलत है।

7. छत्तीसगढ़ में 22 नए कोरोना पॉजिटिव मिले, कांकेर में बीएसएफ जवान संक्रमित

रायपुर। छत्तीसगढ़ में कल 22 नए कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसी के साथ प्रदेश में कोरोना के मरीजों का आंकड़ा 2400 पार कर गया। वहीं स्वास्थ्य विभाग की चिंता उस वक़्त बढ़ गई जब प्रदेश में बीएसएफ के 14 जवान कोरोना संक्रमित पाए गए। कोरोना संक्रमित सभी जवान कांकेर जिले के अंतागढ़ और बांदे में पदस्थ हैं और छुट्टी मनाकर ड्यूटी पर लौटे थे। सभी जवानों को कैम्प में ही क्वारंटाइन किया गया था।

स्वास्थ्य विभाग अब संक्रमित जवानों के कॉन्टेक्ट हिस्ट्री की तलाश कर रही है। साथ ही जो जवान जिस राज्य के हैं उन्हें भी सूचना भेजी जा रही है ताकि घर परिवार वालों पर निगरानी रखी जा सके। बता दें कि प्रदेश में पैरामिलिट्री फोर्स में संक्रमण का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले सुकमा और नारायणपुर में सीआरपीएफ और आईटीबीपी कई जवान संक्रमित मिले हैं।

8. मासूम से रेप की कोशिश में नाकाम होने पर दो युवकों ने जिंदा जला दिया, मौत

रायपुर/बेमेतरा। छत्तीसगढ़ में मानवता और मानवीय संबंधों को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। जहां दो दरिंदों ने मासूम बच्ची के साथ रेप की कोशिश की थी। मासूम द्वारा इसका विरोध किए जाने और अपने मकसद में नाकाम हो जाने की वजह से बच्ची पर केरोसिन उड़ेगा और जिंदा जला दिया गया। बच्ची जली हुई अवस्था में जिंदा हालत में मिली थी।

यह घटना छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के दाढ़ी क्षेत्र से इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां दो युवकों ने बलात्कार की कोशिश में नाकाम होने के बाद 12 साल की बच्ची को जिंदा जला दिया। यह घटना दो दिन पहले की बताई जा रही है। जिसके बाद बुधवार को पीड़िता बच्ची जली हुई अवस्था में जिंदा हालत में मिली थी। जिसके दो दिन बाद से उसका रायपुर में इलाज चल रहा था।

बच्ची को अस्पताल लाने पर डॉक्टरों ने बताया कि पीड़िता का शरीर बुरी तरह से जल चुका है। इलाज कर उसकी हालत में सुधार लाने की लगातार कोशिश डॉक्टरों द्वारा की जा रही थी, लेकिन हालत में किसी प्रकार का सुधार देखने को नही मिला। पीड़िता की हालत नाजुक बनी हुई थी। जिंदगी और मौत से जूझती पीड़िता ने दम तोड़ दिया।

9. 2 दिन में दिल्ली से पहुंचे 3 यात्री पॉजिटिव, एयरपोर्ट पर नहीं स्कैन हो रहा ‘कोरोना’

रायपुर। केंद्र सरकार ने कड़े प्रोटोकॉल के तहत विमान सेवा बहाल की। एयरपोर्ट पर मेडिकल चेकअप के बाद यात्रियों को विमान में एंट्री मिल रही है, बावजूद इसके संक्रमित व्यक्ति अनजाने में ही सही विमान में सफर कर रहे हैं। ये ही दूसरे यात्रियों के लिए जोखिम भरा सफर बन जा रहा है।

स्वास्थ्य विभाग ने दो दिन में तीसरी बार विमान से रायपुर पहुंचे यात्री में कोरोना वायरस की पुष्टि की है। विभाग की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है कि 4 जून को विस्तारा की विमान संख्या यूके-797 से दिल्ली से रायपुर आया एक यात्री कोरोना संक्रमित पाया गया है। इसके पहले 7 और 10 जून को आए विमान में उड़ान भरने वाले एक-एक संक्रमित व्यक्ति पाए गए हैं।

10. इंडोर स्टेडियम में अस्थायी कोविड हॉस्पिटल तैयार

रायपुर। प्रदेश में कोरोना के बढ़ते खतरे के देखते हुए इंडोर स्टेडियम को अस्थाई कोविड19 हॉस्पिटल के रूप में विकसित कर लिया गया है। यहां 149 मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था की गई है। स्टेडियम के ओपन स्पेस (खाली जगह पर) में बनाए गए एक-एक सेक्शन में 12-12 बेड लगाए गए हैं तो स्टेडियम में बने कमरों में भी 12-12 बेड लगाए गए हैं।

हर बेड के पास लिखा- ‘छत्तीसगढ़ कोरोना से लड़ाई में जरूर जीतेगा’। वहीं अस्थाई हॉस्पिटल की हर एक गतिविधि पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी मॉनीटरिंग सीधे कोरोना कंट्रोल रूम से होगी। हालांकि वर्तमान में इस अस्थाई अस्पताल की आवश्यकता नहीं है क्योंकि मिलने से ज्यादा मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। अभी करीब 850 मरीज प्रदेश के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं।