टीआरपी डेस्क। World Mental Health Day 2020 : कोरोना महामारी का असर लोगों में केवल शारीरिक ही नहीं मानसिक तौर पर भी देखने मिला है। लगातार खुदकुशी के मामलों में आई तेजी ने (Menatl Health) को लेकर चर्चा बढ़ा दी है। सुशांत सिंह राजपूत समेत कई दूसरे सेलेब्स के बाद अब खुदकुशी करने वालों की फेहरिस्त में सीबीआई के पूर्व निदेशक अश्विनी कुमार का नाम भी जुड़ गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी मौत की वजह भी डिप्रेशन ही रही है।

डिप्रेशन से दूर रहने के लिए मानसिक स्वास्थ्य (Menatl Health) सबसे जरूरी है। लोगों को मानसिक स्वास्थ्यके प्रति संवेदनशील और जागरूक करने के उद्देश्य से 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (World Mental Health Day Date) मनाया जाता है। हमारी लाइफस्टाइल कई ऐसे रुटीन से भरी है जिसमें चिंता और अवसाद (Anxiety And Depression) जैसे मानसिक स्वास्थ्य यानि मेंटल हेल्थ (Menatl Health) समस्याओं का होना आम बात है।

चौकाते हैं आंकड़े

किशोरों को विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार, 15 से लेकर 19 साल के बच्चों की मौत की तीसरी सबसे बड़ी वजह सुसाइड है। डिप्रेशन (Depression) किशोरों के बीच बीमारी की सबसे बड़ी वजहों में से एक है।

इसके अलावा नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी के 2019 का डेटा बताता है कि 2019 में कुल 1 लाख 39 हजार 123 लोगों ने सुसाइड की थी, इसमें छात्रों की संख्या 10 हजार 335 थी यानी कुल मामलों का 7.40%।

सबसे ज्यादा सुसाइड 18 से 30 साल की उम्र के लोगों ने की। इस एज ग्रुप के 48 हजार 774 लोगों ने सुसाइड की थी। जबकि, 18 साल से कम उम्र के 9 हजार 613 लोगों ने खुदकुशी की थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया में हर साल करीब 8 लाख लोग सुसाइड कर लेते हैं यानी हर 40 सेकंड में एक व्यक्ति खुदकुशी कर रहा है।

तनाव के लक्षण ( Depression Symptoms )

  • अकेले रहना: अगर कोई व्यक्ति किसी कारण आत्महत्या के बारे में सोच रहा है तो वो खुद को अलग रखने लगेगा। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सुसाइडल थॉट्स के मामले में यह सबसे बड़े संकेतों में से एक है।
  • बातों में संकेत: सुसाइड के बारे में सोच रहे व्यक्ति से बात करने पर आप महसूस करेंगे कि वह लगातार दुखभरी बातें कर रहा है। उसकी बातों में आपको निराशा नजर आएगी।
  • सुसाइड से संबंधित चीजें देखना या सर्च करना: यह भी एक बड़ा संकेत हो सकता है। अगर आप सुसाइडल थॉट से गुजर रहे व्यक्ति के मोबाइल की इंटरनेट हिस्ट्री देखेंते, तो हो सकता है आपको सुसाइड से जुड़ी इंटरनेट सर्च नजर आएं।
  • मायूसी: खुश रहने वाला व्यक्ति ज्यादातर वक्त अगर मायूस रहने लगे तो बात चिंता की हो सकती है।
  • बच्चों में चिड़चिड़ापन: एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आत्महत्या के ख्याल से गुजर रहे बच्चे आमतौर पर चिड़चिड़े हो जाते हैं। उन्हें छोटी से छोटी बात पर गुस्सा आने लगता है।


अवसाद या चिंता (Anxiety And Depression) दूर करने के तरीके

  • अकेला न छोड़ें: अगर आपको लगता है कि आपका साथी किसी तरह की परेशानी से जूझ रहा है, तो उन्हें कभी भी ज्यादा समय के लिए अकेला न छोड़ें।
  • बातचीत करें: बातचीत करना बहुत जरूरी होता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, किसी करीबी से बातचीत करने के कारण हम मन की बातों को बाहर निकाल देते हैं और हल्का महसूस करते हैं।
  • क्रिएटिव हॉबी: कोई भी नई क्रिएटिव हॉबी आपके लिए मददगार हो सकती है। आप चाहें तो पेंटिंग, बागबानी या स्पोर्ट्स जैसी किसी भी हॉबी को शुरू कर सकते हैं।
  • पॉजिटिविटी लाएं: हमेशा बुरी खबरों या बुरी चीजों के बीच रहना बंद कर दें। कोशिश करें कि आप अच्छी किताबें पढ़ें या फिल्में देखें।
  • माइंडफुलनेस मेडिटेशन: एक्सपर्ट्स योग और ध्यान की भी सलाह देते हैं। डॉक्टर शर्मा के अनुसार, आप जो भी काम करें उसे पूरी तरह महसूस करें।
  • परिवार का सपोर्ट: मानसिक तौर पर परेशान व्यक्ति के लिए परिवार का सपोर्ट बहुत जरूरी होता है। अगर आपके परिवार का सदस्य किसी तरह से परेशान है, तो नाराज होने के बजाए उनकी बात सुनें।

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