नई दिल्ली। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ( Sovereign gold bond ) खरीदने का मौका मिल रहा है। 12 से 16 अक्टूबर तक गोल्ड बॉन्ड में निवेश किया जा सकेगा। इसके तहत प्रति ग्राम सोने की कीमत 5,051 रुपए तय की गई है। जो लोग इनके लिए ऑनलाइन आवेदन करेंगे और डिजिटल पेमेंट के जरिए भुगतान करेंगे, उन्हें प्रति ग्राम 50 रुपए का डिस्काउंट मिलेगा। इससे पहले 31 अगस्त से 4 सितंबर तक खुली सीरीज-6 के लिए 5,117 रुपए का इश्यू प्राइस तय किया गया था। आठवीं सीरीज 9-13 नवंबर को आएगी।

- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक सरकारी बांड होता है।
- इसे डीमैट रूप में परिवर्तित कराया जा सकता है।
- इसका मूल्य रुपए या डॉलर में नहीं होता है, बल्कि सोने के वजन में होता है।
- यदि बॉन्ड पांच ग्राम सोने का है, तो पांच ग्राम सोने की जितनी कीमत होगी, उतनी ही बॉन्ड की कीमत होगी।
- इसे खरीदने के लिए सेबी के अधिकृत ब्रोकर को इश्यू प्राइस का भुगतान करना होता है।
- बॉन्ड को भुनाते वक्त पैसा निवेशक के खाते में जमा हो जाता है।
- Sovereign gold bond भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) सरकार की ओर से जारी करता है।
गोल्ड ईटीएफ में निवेश के कई फायदे हैं
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड ( Gold exchange-traded product ) के जरिए निवेशक इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से सोना खरीद/बेच सकते हैं और आर्बिटेज गेन (एक मार्केट से खरीदकर दूसरे मार्केट में बेचने पर लाभ) हासिल कर सकते हैं।
- भारत में गोल्ड ईटीएफ ( Gold ETF ) 2007 से चल रहे हैं।
- एनएसई और बीएसई में रेगुलेटेड इंस्ट्रूमेंट्स हैं।
- इन्हें कई म्यूचुअल फंड स्कीम्स ( Mutual Fund schemes ) के जरिए खरीद सकते हैं, जो बुलियन, माइनिंग या सोने के उत्पादन से जुड़े सहयोगी बिजनेस में निवेश करती हैं।
- Gold ETF में निवेश के कई फायदे हैं, जो इसे सोने के अन्य विकल्पों से बेहतर बनाते हैं।
1 ग्राम सोना से कर सकते हैं खरीदी की शुरुआत
ईटीएफ के जरिए सोना यूनिट्स में खरीदते हैं, जहां एक यूनिट एक ग्राम की होती है। इससे कम मात्रा में या सिस्टमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान ( Systematic Investment Plan,SIP) के जरिए सोना खरीदना आसान हो जाता है। वहीं भौतिक (फिजिकल) सोना आमतौर पर तोला (10 ग्राम) के भाव बेचा जाता है।
अधिकतम 20 किलो ग्राम खरीद सकेंगे
कोई शख्स एक वित्त वर्ष में मिनिमम 1 ग्राम और मैक्सिमम 4 किलोग्राम तक वैल्यू का बॉन्ड खरीद सकता है। हालांकि किसी ट्रस्ट के लिए खरीद की अधिकतम सीमा 20 किलोग्राम है। गोल्ड ईटीएफ से खरीदे गए सोने की 99.9% शुद्धता की गारंटी होती है, जो कि सबसे उच्च स्तर की शुद्धता है।
सोना रहता है सुरक्षित
इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड डीमैट अकाउंट ( Electronic gold demat account ) में होता है जिसमें सिर्फ वार्षिक डीमैट चार्ज देना होता है। साथ ही चोरी होने का डर नहीं होता। वहीं फिजिकल गोल्ड में चोरी के खतरे के अलावा उसकी सुरक्षा में भी खर्च करना होता है।
- गोल्ड ईटीएफ खरीदने के लिए आपको अपने ब्रोकर के माध्यम से डीमैट अकाउंट खोलना होता है।
- इसमें एनएसई पर उपलब्ध गोल्ड ईटीएफ के यूनिट आप खरीद सकते है और उसके बराबर की राशि आपके डीमैट अकाउंट से जुड़े बैंक अकाउंट से कट जाएगी।
- आपके डीमैट अकाउंट में ऑर्डर लगाने के दो दिन बाद गोल्ड ईटीएफ आपके अकाउंट में डिपाजिट हो जाते हैं।
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