टीआरपी डेस्क। अपनी विवादित कार्यशैली के कारण जाने, जाने वाली कटघोरा वनमंडल में पदस्थ डीएफओ शमा फारुकी फिर एक शर्मसार कर देने वाले मामले को लेकर चर्चा में आया है। इस बार बात भ्रष्टाचार की नहीं है घर में काम करने वाली ‘आया’ जैसे निम्न और असहाय कर्मचारी की है।

कटघोरा डीएफओ शमा फारुकी के घर काम करने वाली आया ने उनपर सनसनीखेज व गंभीर आरोप लगाया है। मामले की शिकायत पुलिस में करते हुए अमानवीय कृत्य किए जाने और 4 माह का वेतन डीएफओ के द्वारा नहीं दिए जाने की बात कही गई है। पीड़िता ने इस मामले की लिखित शिकायत कटघोरा थाना में की है प्रस्तुत शिकायत के समर्थन में शपथपत्र भी प्रस्तुत किया है।

कटघोरा वनमंडल में पदस्थ डीएफओ की कार्यशैली पर सवालिया निशानों और शिकायतों के बीच बुधवार को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने इन्हें यहां से हटाने के लिए जोरदार प्रदर्शन किया। कोरबा जिले में यह पहली बार हुआ है कि किसी डीएफओ को हटाने के लिए जनता सड़क पर उतरी हो।

कटघोरा की डीएफओ हैं शमा फारुकी

डीएफओ शमा फारुकी के घर पर कोरबी चौकी अंतर्गत बुढ़हापारा निवासी कु. क्रान्ति 24 वर्ष आया के रूप में काम कर डीएफओ के बच्चे की देखभाल करती थी। इस कार्य के लिए 10 हजार रुपए प्रतिमाह मेहनताना उसे दिया जा रहा था। मार्च 2020 से 3 दिसंबर 2020 तक उसने डीएफओ के यहां उक्त कार्य किया। 30 दिसंबर को आया कु. क्रान्ति डीएफओ मैडम से अपनी मजदूरी का हिसाब मांगी तो पैसा नहीं दिया। पीड़िता के मुताबिक उसका भी 4 माह का वेतन बकाया है और डीएफओ के द्वारा उक्त मजदूरी नहीं दिए जाने की बात कही जा रही है।

प्रस्तुत शिकायत पत्र में शामिल है गंभीर आरोप

आर्थिक रूप से परेशान गरीब युवती ने डीएफओ मैडम से मानवतावश अपनी मजदूरी की रकम दिलाने की गुहार लगाई है। इस संबंध में उसने 31 दिसंबर 2020 को कटघोरा थाना में लिखित शिकायत की है। पीड़िता का यह भी आरोप है कि बच्चों की देख-रेख के अलावा घर की साफ-सफाई आदि काम भी करती थी। इसके साथ ही अपने उक्त शिकायत का शपथ पत्र भी निष्पादित कराया है।

डीएफओ शमा फारुकी को 14 जनवरी तक नहीं हटाया तो जिले भर में होगा चक्काजाम और उग्र आंदोलन

कटघोरा वनमंडल में पदस्थ डीएफओ की कार्यशैली पर सवालिया निशानों और शिकायतों के बीच बुधवार को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने इन्हें यहां से हटाने के लिए जोरदार प्रदर्शन किया। कोरबा जिले में यह पहली बार हुआ है कि किसी डीएफओ को हटाने के लिए जनता सड़क पर उतरी हो।

गोंगपा के नेताओं की अगुवाई में कटघोरा वनमंडल कार्यालय का घेराव कर डीएफओ शमा फारुकी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्हें हटाने की मांग की गई। करीब तीन घंटे तक धरने के बाद प्रदर्शनकारियों ने कटघोरा तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। गोंगपा नेताओं ने 14 जनवरी तक डीएफओ का तबादला न होने पर जिले भर में चक्काजाम व उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

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