टेक डेस्क। टेस्ला के सीईओ इलॉन मस्क (Elon Musk) के एक ट्विट “यूज सिग्नल” ने वॉट्सएप यूज़र्स के बीच एक खलबली पैदा कर दी है। इस ट्वीट के बाद लोग बड़ी तादात में सिग्नल ऐप डाउनलोड कर रहे हैं। साथ ही इसे दुनियाभर में यूज़ करने वाले यूज़र्स की संख्या भी दिन ब दिन बढ़ते जा रही है।

यूजर्स के मन में प्राइवेसी को लेकर एक डर

वॉट्सएप के नए नियमों ( New Whatsapp Policy ) के कारण यूजर्स के मन में प्राइवेसी को लेकर डर और आशंकाएं घर कर गई हैं। जिस वजह से यूजर्स मैसेजिंग का दूसरा विकल्प खोज रहे हैं। वॉट्सएप के नए नियम 8 फरवरी से लागू होने वाले हैं। जिसकी पॉलिसी के तहत बताया गया है कि किस तरह से वॉट्सएप आपका डेटा यूज करेगा। इन शर्तों को एक्सेप्ट न करने पर यूजर्स व्हाट्सएप अकाउंट डिलीट कर दिया जायेगा।

आप पर रहेगी वॉट्सएप की नजर

New Whatsapp Policy के तहत वॉट्सएप अब यूज़र्स की डिवाइस आईडी, यूजर आईडी, एडवरटाइजिंग डेटा, पसचेज हिस्ट्री, कोर्स लोकेशन, फोन नंबर, ईमेल एड्रेस, कॉन्टैक्ट्स, प्रोडक्ट इंटरैक्शन, क्रैश डेटा, परफॉर्मेंस डेटा, डायग्नॉस्टिक डेटा, पेमेंट इन्फो जैसी सारी जानकारियां स्टोर रखेगा। वॉट्सएप पर्सनल इनफॉर्मेशन के तौर पर कॉन्टैक्ट इंफो, कॉन्टैक्ट्स और यूजर ID मांगता है।

सिग्नल में नहीं देना पड़ता पर्सनल डेटा

सिग्नल ऐप में ऐसा कोई फंक्शन नहीं होता, जिसमें यूज़र्स को अपनी पर्सनल डेटा देनी पड़े। सिग्नल ऐप पर्सनल डेटा के तौर पर यूज़र्स का सिर्फ फोन नंबर मांगता है। नाकि ऐप इसे आपकी पहचान से जोड़ने की कोई कोशिश करता है। सिग्नल ने 2020 को दिसंबर में अपना लेटेस्ट वर्जन्स लॉन्च किया है। जिसकी नई गाइडलाइन में एक मैसेंजर ऐप से दूसरे मैसेंजर पर कस्टमर को मूव करना बताया गया है। जहां यूज़र्स दो ऐप्स के बीच अपनी चैट को ट्रांस्फर नहीं कर सकते।

वहीं Signal यूज का ट्रेंड भारत में चल पड़ा है। जिसकी जानकारी सिग्नल ने आज ट्वीट कर बताया है कि ये ऐप अब भारत में एप्पल के एप स्टोर में टॉप पर आ चुकी है। वहीं रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक सिग्नल को पिछले दो दिनों में एंड्रॉइड और आईओएस डिवाइस पर 100,000 से अधिक लोगों ने डाउनलोड किया है।

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