टीआरपी डेस्क। हरिद्वार में कुंभ मेले की तैयारियां जोरों पर है। कुंभ मेले में दुनिया भर के लोग एक जगह एकत्र होते हैं। ऐसे में परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए 23 जनवरी को एक SOP जारी किया है। जिसका पालन 27 फरवरी से 30 अप्रैल तक किया जाएगा।

निर्देश के अनुसार, कुंभ मेले में आने वाले सभी तीर्थयात्रियों के पास RT-PCR का नेगेटिव रिपोर्ट होना चाहिए। वहीं ये भी साफ कहा गया है कि मेले में आने वाले यात्रियों की रिपोर्ट 72 घंटे से पहले टेस्ट किया गया होना चाहिए। एसओपी के आदेश में कहा गया है, “भक्त इस तरह की टेस्ट रिपोर्ट अपने मोबाइल फोन या हार्ड कॉपी में रख सकते हैं।

लोगों की मदद के लिए एक टीम होगी तैयार

हरिद्वार में कुंभ मेले में सुरक्षा या किसी भी सेवा के लिए तैनात किए जाने वाले कर्मचारियों को प्राथमिकता पर टीका लगाया जाए। वहीं सभी भक्तों को कुंभ में भाग लेने से पहले उत्तराखंड सरकार के पोर्टल पर अपनी जानकारी रजिस्टर करनी होगी और “नजदीकी हेल्थ सेंटर से अनिवार्य चिकित्सा प्रमाणपत्र” प्राप्त करना होगा।

ऐसी जानकारी है कि मेले में भी तीर्थयात्रियों की बड़ी मात्रा में जांच की जाएगी। इस काम में राज्य सरकार की सहायता एम्स ऋषिकेश, मेला अस्पताल के अलावा भी कई निजी अस्पताल करेंगे। इसके अलावा मेला लगने वाले क्षेत्रों के सीमाओं के आसपास भी थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। इस स्क्रीनिंग के अलावा भी राज्य सरकार सीमा के आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता आदि का अनुपालन सुनिश्चित करेगी।

लाइव भजन पर रहेगा प्रतिबंध

बताया जा रहा है कि मेले में आने जाने के दौरान भीड़ ना लगे इसलिए कई सारे एंट्री और एक्जिट गेट बनाए जाएंगे। इसके अलावा मेले में आयोजित कार्यक्रम में रिकॉर्ड किए गए भक्ति गीत बजाने को प्रोत्साहित किया जाएगा क्योंकि लाइव भजन में वायरस के प्रसार का खतरा बढ़ता है। मेला में एक टीम हमेशा मौजूद रहेगी जो आने वाले यात्रियों की किसी भी तरह की समस्या का समाधान करने की कोशिश करेगी। वहीं विदेशी यात्रियों के लिए यात्रा सलाहकार, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध होगा।

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