रायपुर। छत्तीसगढ़ से राज्य सभा सांसद रामविचार नेताम ने आज बुधवार को संग्राहलय निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार कर केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल से भेट की है।

रामविचार नेताम ने केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल से भेट कर जानकारी दी की छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति, विश्व प्रसिद्ध बस्तर का दशहरा, रामगढ का नृत्यशाला/रंगमंच, सरगुजा की लोक नृत्य, कलाकृति, वैभव, धरोहर स्मारक, भित्ति/शैल चित्र, कुटुम्बसर गुफा,चित्रकूट का जल प्रपात इत्यादि विविधतायें, छत्तीसगढ़ राज्य को अन्य राज्य से पृथक अपनी पहचान दिलाने के लिए विश्व प्रसिद्ध है।

जिसके लिए नेताम ने केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया कि संस्कृति मंत्रालय के अधीन संस्थान ललीत कला अकादमी, मानव संग्राहलय तथा एंथ्रोपोलोजिकल सर्वे आफ इंडिया के आर्टिस्ट/विशेषज्ञों की टीम को सरगुजा संसदीय क्षेत्र के सनावल में कार्यशाला/शिविर आयोजित करने हेतु निर्देशित करे, जिससे उक्त विभाग के विशेषज्ञों के अंतिम सुझाव पर उक्त संग्राहलय निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार कर अनुमोदन हेतु छत्तीसगढ़ राज्य सरकार को प्रेषित किया जा सके ।

उल्लेखनीय है छत्तीसगढ़ के सम्पूर्ण कलाकृतियों को एक ही स्थल पर प्रदर्शन किये जाने से न सिर्फ छत्तीसगढ़ में जनजातियों के क्रमिक विकास तथा छत्तीसगढ़ की महता को समझा जा सकता है अपितु एक ही स्थल पर संग्राहलय में छत्तीसगढ़ के कलाकृतियों के प्रदर्शन से देश विदेश के पर्यटकों को इस सुदूर क्षेत्र में आकर्षित होने की भी सम्भावना है इतना ही नहीं उक्त संग्राहलय स्थापित होने से विभिन्न संस्थानों, शोधकर्ताओ, वैज्ञानिको, शिक्षाविदो तथा विधार्थियों में अपार ज्ञान अर्जन की भी सम्भावना है, जिससे छत्तीसगढ़ के सांस्कृतिक शिक्षा के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा मिलेगा ।

नेताम ने मंत्री से आग्रह किया है की सनावल में संग्राहलय की स्थापना से पर्यटकों का आवागमन बढेगा जिससे इस क्षेत्र में चहुमुखी विकास भी होगा साथ ही स्थानीय स्तर पर हजारो युवाओ को रोज़गार स्थापित करने में भी विशेष सहयोग प्रदान करेगा, नेताम के प्रस्तावित सुझाव पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने आश्वस्त किया है की उनका मंत्रालय इस महत्वपूर्ण विषय पर हर संभव मदद करेगा ।

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