प्रदेश में नए शिक्षा सत्र में खुलेंगे 106 नए इंग्लिश मीडियम स्कूल, एक लाख से अधिक छात्रों को मिलेगा लाभ, लेकिन कब से... 13 को हो सकता है फैसला
प्रदेश में नए शिक्षा सत्र में खुलेंगे 106 नए इंग्लिश मीडियम स्कूल, एक लाख से अधिक छात्रों को मिलेगा लाभ, लेकिन कब से... 13 को हो सकता है फैसला

रायपुर। छत्तीसगढ़ में स्कूल खोलने पर 13 फरवरी शनिवार को फैसला हो सकता है। भूपेश कैबिनेट की बैठक में स्कूल खोलने को लेकर निर्णय लिया जायेगा। बता दें कि प्रदेश में नए शिक्षण सत्र से 106 नए अंग्रेजी माध्यम स्कूल संचालित होंगे। इसका लाभ करीब एक लाख बच्चों को होगा।

कैबिनेट की बैठक में स्कूल खोलने पर होगा फैसला

भूपेश कैबिनेट की बैठक में स्कूल खोलने को लेकर निर्णय लिया जायेगा। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में स्कूल खोलने के प्रस्तावों पर चर्चा होगी। यह तो तय है कि स्कूल खोलने पर कैबिनेट की बैठक में निर्णय लिया जायेगा, लेकिन स्कूल खोलने का प्रारूप कैसा होगा, उसे लेकर अधिकारी फिलहाल कुछ भी नहीं बता रहे हैं।

छत्तीसगढ़ जैसे हिंदी भाषी राज्य के छात्रों की प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर की सभी प्रकार की प्रतियोगिताओं के काबिल बनाने के उद्देश्य से अंग्रेजी मीडियम में स्कूल खोले जा रहे हैं। बता दें कि प्रथम चरण में राज्य में 54 इंग्लिश मीडियम स्कूल शुरू किए गए हैं। उत्कृष्ट शिक्षा का संकल्प लिए अंग्रेजी माध्यम के इन स्कूलों में अध्ययन-अध्यापन की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है। इन स्कूलों में अत्याधुनिक लाइब्रेरी एवं लैब, कंप्यूटर और साइंस लैब के साथ ही आनलाइन शिक्षा की भी पूरी सुविधा उपलब्ध है।

स्कूलों को विकसित करने के लिए प्रदान किए गए 130 करोड़

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इन स्कूलों को विकसित करने के लिए 130 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं। अध्ययन-अध्यापन को बढ़ावा देने के लिए स्वामी आत्मानंद के नाम से इंग्लिश मीडियम के स्कूल की शुरूआत की गई है। प्रथम चरण राज्य में 54 इंग्लिश मीडियम स्कूल राज्य में शुरू किए गए हैं। आगामी शिक्षा सत्र से 100 और नए इंग्लिश मीडियम स्कूल ब्लाक मुख्यालयों में खोले जाएंगे।

प्रदेश में 13 मार्च से बंद हैं स्कूल

आपको बता दें कि कोरोना की वजह से प्रदेश में 13 मार्च से स्कूल बंद हैं। पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हुई है, हालांकि शिक्षा विभाग ने मोहल्ला क्लास और पढ़ई तुंहर द्वार जैसे कार्यक्रमों के जरिये बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने की भरपूर कोशिश की है, बावजूद कोरोना का खतरा बरकरार रखने की वजह से स्कूलों को नियमित रूप से नहीं खोला जा सका है।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे फेसबुक, ट्विटरटेलीग्राम और वॉट्सएप पर…