टीआरपी डेस्क। मध्यप्रदेश से कांग्रेस विधायक निलय डागा के महाराष्ट्र के सोलापुर स्थित ठिकाने से आठ करोड़ रुपये कैश मिला है। बता दें कि डागा और उनके भाइयों के यहां तीन दिन से आयकर विभाग की छापेमारी चल रही थी।

शनिवार रात करीब एक बजे कांग्रेस विधायक डागा का एक कर्मचारी बैग लेकर भागने की कोशिश करते हुए पकड़े गए। विभाग ने बताया कि ये बैग नोटों से भरा था। इसके बाद विभाग ने यहां छापेमारी की और ऐसे ठिकानों से इसी तरह के दूसरे कई बैग मिले।
विभाग ने बताया कि नोटों की भारी संख्या देखते हुए कई नोट काउंटिंग मशीन में लगाने पड़े। कुल नोटों की गणना के बाद यह पता चला कि जब्त की गई राशि करीब 7.50 करोड़ रुपये की है। विभाग ने बताया कि डागा बंधु इस राशि का कोई स्रोत नहीं बता पाए, इसलिए इस राशि को जब्त करना पड़ा।
इससे दो दिन पहले बैतूल समेत दूसरे ठिकानों से 60 लाख रुपये की राशि जब्त की जा चुकी थी। विभाग ने बताया कि दोनों को मिलाकर कुल जब्त की गई राशि का मूल्यांकन करीब 8.10 करोड़ रुपये है। इतनी राशि होने की वजह से सोलापुर के दो बैंकों रविवार होने की वजह से खुलवाया गया, ताकि जब्त राशि को जमा किया जा सके।
सूत्रों ने बताया कि निलय डागा और उनके भाई कोलकाता की 24 कंपनियों से बोगस लेनदेन कर रहे थे। विभाग ने इसका मुख्य उद्देश्य टैक्स चोरी ही बताया था। विभाग को छापेमारी के दौरान कई ऐसे दस्तावेज मिले, जो बताते हैं कि डागा ने इन कंपनियों से लाखों ट्रांजैक्शन किए।
इन ट्रांजैक्शन का मूल्याकंन करीब 100 करोड़ रुपये आंका गया है। इसके अलावा विभाग को ऐसे भी कई प्रमाण मिले हैं कि डागा की कंपनियो ने हवाला के माध्यम से बड़े पैमाने पर पैसा भेजा और मंगाया है। विभाग को शक है कि हवाला के माध्यम से कई शहरों के साथ विदेशों में भी पैसा भेजा गया है।