जांजगीर-चाम्पा। जांजगीर-चाम्पा जिले के नैला उपथाना क्षेत्र के हाथीटिकरा गांव के एक मामले में रमेश कुमार पटेल को जेल भेजने का आदेश तहसीलदार ने जारी किया था। जेल वारंट जारी होने के बाद भी आरोपी को नैला उपथाना के आरक्षक सुनील सिंह और भूषण राठौर ने छोड़ दिया इस लापरवाही के उजागर होने के बाद एसपी पारुल माथुर ने दोनों आरक्षकों लाइन अटैच कर दिया है।

दरअसल, 28 फरवरी को हाथीटिकरा के तिहारु पटेल ने अपने बेटे के खिलाफ शिकायत की थी, जिसके बाद रमेश कुमार पटेल के खिलाफ धारा 151, 107, 116 ( 3 ) की कार्रवाई की गई और प्रकरण को तहसीलदार के समक्ष पेश किया गया, यहां तहसीलदार ने आरोपी के खिलाफ जेल वारंट जारी कर दिया। इस बीच दोनों आरक्षकों ने आरोपी को छोड़ दिया।
रिहाई के आदेश पर जेल में मचा हडकंप
मजे की बात यह है कि 6 दिन बाद जब तहसीलदार ने आरोपी की रिहाई का आदेश दिया, तब हड़कम्प मच गया, क्योंकि जिस आरोपी की जेल से रिहाई का आदेश दिया गया, वह तो जेल में ही नहीं था। मामले में लापरवाही उजागर होने के बाद एसपी ने दोनों आरक्षकों सुनील सिंह और भूषण राठौर को लाइन अटैच कर दिया है।
बताया जा रहा है कि दोनों आरक्षक भी इस धोखे में थे कि आरोपी को जमानत दे दी गई है। आरोपी को छोड़ने के बाद आरक्षक अपनी ड्यूटी में लग गए। रिहाई के आदेश के बाद यह मामला खुला। अब यह जांच का विषय है कि आरक्षकों ने जानबूझकर आरोपी को छोड़ा या फिर उन्होंने लापरवाही की। फिलहाल मामले की जांच जांजगीर एसडीओपी दिनेश्वरी नन्द करेंगी।
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