किसान आंदोलन: 26 मार्च को भारत बंद का ऐलान, होलिका दहन पर जलाएंगे कृषि बिल की प्रतियां
किसान आंदोलन: 26 मार्च को भारत बंद का ऐलान, होलिका दहन पर जलाएंगे कृषि बिल की प्रतियां

नई दिल्ली। दिल्ली सीमा पर बैठे किसानों ने सुस्त पड़े आंदोलन में तेजी लाने की नए सिरे से रणनीति तैयार की है। संयुक्त किसान मोर्चा ने 26 मार्च को भारत बंद का ऐलान किया है। इस बार की भारत बंद पूरे दिन की होगी। योजना एक भी वाहन के सड़क पर न आने देने की है।

मीडिया को इसकी जानकारी देते हुए किसान नेता बूटा सिंह ने कहा कि इस बार भारत बंद के दौरान किसानों के ट्रैक्टर भी नहीं चलेंगे। सरकार और उससे जुड़े लोग लगातार इस बात का प्रचार कर रहे हैं कि किसान आंदोलन कमजोर पड़ गया है और अब किसान आंदोलनों में लोग नहीं आ रहे हैं। बूटा सिंह ने कहा कि ऐसे लोगों को बताने के लिए कि किसानों का आदोलन अभी जीवित है, भारत बंद का आह्वान किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत बंद शांतिपूर्ण ढंग से किया जाएगा। इस बार सड़क पर एक भी वाहन नहीं होगा। यहां तक कि किसान के ट्रैक्टर भी बंद रहेंगे।

चुनाव वाले राज्यों में किसान मोर्चा लगाएगा चौपाल

बूटा सिंह ने बताया कि जिन राज्यों में चुनाव हो रहे हैं या चुनाव होने वाले हैं वहां पर संयुक्त किसान मोर्चा अपने मंच लगाएगा और लोगों को बीजेपी के खिलाफ वोट देने की अपील करेगा।

कुछ इस तरह तय किया है कार्यक्रम


.15 मार्च को डीजल, पेट्रोल, गैस सिलिंडर की कीमत वृद्धि और रेलवे निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन होंगे। एसडीएम, डीसी को ज्ञापन दिया जाएगा।
.17 मार्च को आल इंडिया ट्रेड यूनियन सिंघु बॉर्डर पर मीटिंग में हिस्सा लेंगे और भारत बंद पर फैसला करेंगे।
.19 मार्च को किसान खेती बचाओ-मंडी बचाओ दिवस मनाएंगे, सभी मंडियों में पहुंचकर प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे।
.23 मार्च को शहीदे आजम भगत सिंह का बलिदान दिवस मनाएंगे।
.26 मार्च को किसान आंदोलन के चार महीना पूरा होने पर भारत बंद का आह्वान किया जा रहा है।
.28 मार्च को होलिका दहन में पूरे भारत के अंदर तीनों कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई जाएंगी।