रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने आज राज्य स्तरीय कोविड-19 कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में कोरोना टीकाकरण की प्रगति और कोविड-19 पर नियंत्रण के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए रोजाना 40 हजार सैंपलों की जांच के निर्देश दिए हैं।
ऑक्सीजन सुविधा वाले बिस्तरों की संख्या बढ़ाने पर जोर
उन्होंने कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन सुविधा वाले बिस्तरों की संख्या बढ़ाने कहा। मंत्री सिंहदेव ने 1 अप्रैल से शुरू हो रहे कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण में 45 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों को अधिक से अधिक संख्या में टीके लगाने के लिए प्रेरित करने और लक्ष्य के अनुरूप टीकाकरण सत्रों की संख्या बढ़ाते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। प्रदेश में इस आयु वर्ग के 58 लाख 67 हजार लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है।
नए लक्ष्य के अनुरूप टीकाकरण की तैयारियों और संक्रमितों के कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की समीक्षा
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने बैठक में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए कोविड अस्पतालों एवं कोविड केयर सेंटर्स में उपलब्ध सुविधाओं, होम आइसोलेशन व्यवस्था, ऑक्सीजन आपूर्ति, आईसीयू व एचडीयू सुविधा, नए लक्ष्य के अनुरूप टीकाकरण की तैयारियों और संक्रमितों के कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की समीक्षा की। उन्होंने होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे मरीजों द्वारा प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
चार नए वॉयरोलॉजी लैब की प्रगति की भी ली जानकारी
उन्होंने कोरबा, महासमुंद, कांकेर और कोरिया में स्थापित किए जा रहे चार नए वॉयरोलॉजी लैब की प्रगति की भी जानकारी ली। स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु जी. पिल्लै, सचिव श्रीमती शहला निगार, आयुक्त डॉ. सी.आर. प्रसन्ना, स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक नीरज बंसोड़, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला और सीजीएमएससी (Chhattisgarh Medical Service Corporation) के प्रबंध संचालक कार्तिकेय गोयल भी बैठक में मौजूद थे।
कोरोना टीकाकरण की प्रभारी अधिकारी डॉ. प्रियंका शुक्ला ने बैठक में बताया कि प्रदेश में अब तक कोरोना के टीके के कुल 18 लाख 62 हजार 119 डोज लगाए जा चुके हैं। 60 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों और 45 वर्ष से 59 वर्ष के कोमोरबिडिटी वाले दस लाख 43 हजार 233 लोगों को इसका पहला टीका लगाया जा चुका है।
प्रदेश के दो लाख 89 हजार 406 स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 से बचाव के लिए टीके का पहला डोज और एक लाख 84 हजार 546 को दूसरा डोज लगाया जा चुका है। वहीं दो लाख 26 हजार 587 फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहला टीका और एक लाख 18 हजार 347 को दूसरा टीका भी लगाया जा चुका है। कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए राज्य में बीते सप्ताह 24 मार्च से 30 मार्च के बीच प्रतिदिन औसत 30 हजार 588 सैंपलों की जाच की गई है।
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