रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं के द्वारा आज पूरे प्रदेश में छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार द्वारा कोविड-19 के संक्रमण से निपटने हर मुकाम पर असफल होने तथा राज्य में अव्यवस्था के व्याप्त होने का आरोप लगाते हुए अपने घरों के सामने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया।

पुरंदेश्वरी के निर्देश पर दिया धरना
बीते दिनों भाजपा की प्रदेश प्रभारी पुरंदेश्वरी के साथ हुई वर्चुअल बैठक में भाजपा नेताओं को यह निर्देश मिला था कि कोरोना महामारी को रोक पाने में राज्य की कांग्रेस सरकार की कथित विफलता के विरोध में प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन करें। चूंकि अभी लॉक डाउन है इसलिए भाजपा नेता और कार्यकर्ता अपने निवास स्थलपर धरना दें। इसी कड़ी में प्रदेश के भाजपा विधायक, सांसद, प्रमुख पदधिकारी और कार्यकर्ता अपने निवास स्थल के सामने धरने पर बैठे।
केंद्र को बदनाम कर रही है छ ग की सरकार : कौशिक
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक बिलासपुर जिले में अपने निवास पर धरने पर बैठे। उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना महामारी को रोकने के लिए केंद्र की सरकार पूरी मदद कर रही है, बावजूद इसके भूपेश सरकार कोरोना पर काबू नही कर पा रही है, और उल्टे वह केंद्र सरकार को बदनाम कर रही है। धरम लाल कौशिक ने कहा कि रेमडीसीवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है, वहीं मरीजों को न तो बेड मिल रहा है और न ही ऑक्सिजन।
तीन महीने का मुफ्त राशन दे भूपेश सरकार
नेता प्रतिपक्ष ने केंद्र सरकार द्वारा गरीबों को 2 महीने का राशन मुफ़्त मे दिए जाने की घोषणा पर पर आभार जताते हुए राज्य सरकार से मांग की है कि वह गरीबों को 3 महीने का राशन मुफ्त में देने की घोषणा आज ही करे।
पूर्व गृह मंत्री ने लिखा जागो भूपेश जागो…
छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री व रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने कोरोना महामारी को रोकने में भूपेश सरकार को नाकाम बताते हुए ननकीराम कंवर ने जो तख्ती लगाई, उस पर लिखा था “जागो भूपेश सरकार जागो” हाथो से लिखकर सांकेतिक धरना देते हुए वे अपने निवास में तख्ती लेकर बैठे रहे।
धरना बेशर्मी और ढिठाई की पराकाष्ठा : कांग्रेस
उत्तरप्रदेश ,मध्यप्रदेश महाराष्ट्र जैसे अनेको राज्यो में ऑक्सीजन और दवाई की कमी हो और केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही हो, वहां पर देश की सत्ता रूढ़ दल के एक राज्य इकाई के नेता राज्य सरकार के खिलाफ धरने पर बैठने की बेशर्म नौटंकी कर रहे हैं। आज देश के लोगो को ऐसा लग ही नही रहा कि उनकी एक केंद्र सरकार भी है। मोदी सरकार अपने संघीय दायित्व को भूल गयी। यही है भाजपा और संघ का राष्ट्रवाद।
जहाँ एक ओर प्रदेश भर में भाजपा के नेता दिन भर धरने पर रहे वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने व्यवस्था में सुधार के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है, इसी कड़ी में रेमडीसीवीर की कालाबाजारी पर सख्ती से रोक लगाने का प्रयास शुरू कर दिया है, वहीं ऑक्सीजन और बेड की अस्पतालों में उपलब्धता के लिए भी प्रयास तेज कर दिए हैं, मगर प्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ रहे संक्रमण को कैसे रोका जाये यह किसी को भी नहीं सूझ रहा है।