रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना के संक्रमण से लगभग 740 शासकीय सेवकों की मौत हो चुकी है। ये आंकड़ा राज्य के 36 विभागों का है, जबकि 16 विभागों से आंकड़े मिलना अभी शेष है। इतनी बड़ी संख्या में शासकीय कर्मियों के निधन से दुखी कर्मचारी फेडरेशन ने प्रदेश के मुखिया से मांग की है कि मृत कर्मियों के आश्रितों को जल्द से जल्द अनुकंपा नौकरी दी जाए।

अब तक 36 विभागों ने भेजी जानकारी
छत्तीसगढ़ सामान्य प्रशासन विभाग ने समस्त विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव/सचिव/विशेष सचिव से कोरोना संक्रमण से मृत शासकीय सेवकों की जानकारी 26 अप्रैल 2021 को दोपहर 3 बजे तक जमा करने निर्देश जारी किया था।26 अप्रैल तक 36 विभागों के द्वारा जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि मृत कर्मियों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति और इसमें हो रहे विलम्ब की जानकारी विभागों से मांगी गई थी, मगर अब तक 36 विभागों ने जानकारी दी है और लगभग 16 विभागों से जानकारी आना अभी शेष है।
सबसे ज्यादा मौतें शिक्षा विभाग में
शासन को विभागों से मिली जानकारी अनुसार कोरोना के संक्रमण से लगभग 740 मौतों में शिक्षा विभाग से 372, पुलिस विभाग से 56, सिंचाई विभाग से 47, स्वास्थ्य विभाग से 41, कृषि विभाग से 24, तकनीकी शिक्षा एवम् रोजगार से 23 वन विभाग से 26, राजस्व विभाग से 19, पीएचई विभाग से 15, लोक निर्माण विभाग से 23, आदिम जाति से 15, पशु पालन विभाग से 13, आवास पर्यावरण विभाग से 11 मौतों की जानकारी शामिल है।
फेडरेशन ने की जल्द अनुकंपा की मांग
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने 12 अप्रैल 2021 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से कोरोना महामारी में दिवंगत शासकीय सेवकों के परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति देने के लिए ईमेल किया था। फेडरेशन के कहना है कि अनेक शासकीय सेवक अपने दायित्वों के निर्वहन के दौरान कोरोना संक्रमण के चपेट में आकर दिवंगत हुए हैं। फलस्वरूप उनके परिवार के सदस्यों को आजीविका के विकट परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ मामलों में तो पति-पत्नी दोनों का देहांत हो जाने से उनके बच्चे अनाथ हो गए हैं। फेडरेशन के पदाधिकारियों ने दिवंगत शासकीय सेवकों के आश्रितों को एक माह के अंदर तृतीय श्रेणी पद पर अनुकंपा नियुक्ति देने की मांग की है।