नक्सलियों की हुई कोरोना से मौत, तो संगठन छोड़कर भागे 9 माओवादी, पत्र में लिखा- दवाई का असर नहीं
नक्सलियों की हुई कोरोना से मौत, तो संगठन छोड़कर भागे 9 माओवादी, पत्र में लिखा- दवाई का असर नहीं

​​​​​​​दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ में जारी कोरोना के दूसरे लहर ने नक्सलियों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। बता दें कोरोना संक्रमण और फूड प्वॉइजनिंग से नक्सली संगठन को बड़ा झटका लगा है। बड़े कैडर के कई नक्सलियों की मौत हुई है और कई बीमारी से जूझ रहे हैं।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में मंगलवार को हुई मुठभेड़ के बाद नक्सलियों का पत्र पुलिस के हाथ लगा है। इसमें बीमारी से 7 नक्सलियों की मौत और 9 के डर कर संगठन छोड़ जाने की बात लिखी हुई है।

पत्र नक्सली विकास ने सुजाता को लिखा है, दोनों पर 25-25 लाख का इनाम

मुठभेड़ के बाद जो पत्र बरामद हुआ है, वह गोंडी बोली में लिखा हुआ है। पुलिस का कहना है कि नक्सली विकास ने अपनी साथी सुजाता को यह पत्र लिखा है। दोनों नक्सली 25-25 लाख रुपए के इनामी है। पत्र में लिखा है कि दक्षिण बस्तर, दरभा और पश्चिम बस्तर डिवीजन के कई नक्सली बीमारी से लड़ रहे हैं। वहीं दक्षिण बस्तर के रूपी, दरभा डिवीजन CNM कमांडर हुंगा, देवे, गंगा, सुदरु, मुन्नी और रीना की मौत का जिक्र है।

नाकाबंदी के कारण राशन, दवाई का सप्लाई भी बंद

नक्सलियों के इस पत्र में बीमारी से बड़े कैडर के 9 नक्सलियों के भागने का जिक्र है। इनमें सेक्शन कमांडर बुधराम व विमला, प्लाटून से रितेश, जोगा, दरभा डिवीजन से नागेश, सुमित्रा, अनिता और कोंटा प्लाटून से नक्सली रूपेश के संगठन छोड़कर भाग जाने की बात कही गई है। पत्र में यह भी लिखा है कि जो दवाइयां उपलब्ध हैं उसका असर नहीं हो रहा है। पुलिस की नाकाबंदी लगे होने से पहले की तरह राशन, दवाई सप्लाई नहीं हो पा रही है ।

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