छत्तीसगढ़ में टीके की बर्बादी का प्रतिशत राष्ट्रीय औसत से काफी कम, 30 फीसदी बर्बादी की खबर पूरी तरह से झूठी है- टीएस सिंहदेव

टीआरपी डेस्क। कोरोना टीकाकरण अभियान में टीके की बर्बादी के आंकड़ों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के बीच नया विवाद खड़ा हो गया है। पिछले दिनों केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रजेंटेशन के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ में 50 प्रतिशत टीकों का वेस्टेज दिखाया। वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने इस जानकारी को पूरी तरह से नकार दिया है।

 

सिंहदेव ने कहा, सच तो यह है कि केंद्र सरकार की ओर से हेल्थकेयर वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और 45 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए भेजे गए टीकों में से 0.95 प्रतिशत और 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लिए राज्य सरकार की ओर से खरीदे गए टीकों में से 0.29 प्रतिशत डोज ही बर्बाद हुए हैं। यह टीकों की बर्बादी के राष्ट्रीय औसत 6 प्रतिशत से काफी बेहतर है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का फोकस राज्यों के साथ ओछी राजनीति करने से ज्यादा टीकों की खरीदारी पर होना चाहिए।

स्वास्थ्य विभाग ने जताई है आपत्ति

स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने 21 मई को ही एक पत्र केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण को भेज दिया था। इसमें उन्होंने लिखा, प्रजेंटेशन में कोविशील्ड का वेस्टेज 8.5 प्रतिशत और कोवैक्सीन का 50.2 प्रतिशत वेस्टेज बताया गया था। यह सही नहीं है। डॉ. शुक्ला ने लिखा था, राज्य सरकार टीके की बर्बादी को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है।

राज्य सरकार का वैक्सीनेशन गणित

स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव के पत्र के मुताबिक 21 मई तक हेल्थ वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और बुजुर्गों के टीकाकरण के लिए केंद्र सरकार के कोटे से वैक्सीन की 68 लाख 40 हजार 210 डोज मिली है। इसमें से 61 लाख 67 हजार 432 डोज लगाई जा चुकीं। 6 लाख 16 हजार 970 डोज बचे थे। यानी 55 हजार 608 डोज बर्बाद हुए। यह कुल टीकों का केवल 0.81 प्रतिशत था। वहीं 18 से 44 आयु वर्ग के लिए राज्य सरकार ने 7 लाख 97 हजार 110 डोज वैक्सीन मंगाई थी। उनमें से 6 लाख 66 हजार 101 डोज लग चुके। एक लाख 25 हजार 970 बचे थे और 5 हजार 39 बर्बाद हुए। यानी कुल 0.63 प्रतिशत।

स्वास्थ्य विभाग ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव को यह चिट्‌ठी लिखकर आंकड़ों पर आधिकारिक आपत्ति दर्ज कराया है।

स्वास्थ्य मंत्री ने ताजा आंकड़ा भी दिया

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने केंद्र सरकार के कोविन पोर्टल के हवाले से 45 + टीकाकरण का हवाला देते हुए कहा कि इस वर्ग में वैक्सीन के 72 लाख 90 हजार 210 डोज मिले हैं। उनमें से 61 लाख 99 हजार 637 लोगों डोज लगाए जा चुके हैं। 10 लाख 31 हजार 230 डोज स्टॉक में बची है। केवल 0.95 प्रतिशत वैक्सीन बर्बाद हुई है।

पूरे देश में लद्दाख त्रिपुरा, सिक्किम, लक्षद्वीप, हिमाचल प्रदेश के बाद छत्तीसगढ़ का स्थान है। इसके साथ ही 18 से 44 आयु वर्ग के व्यक्तियों का टीकाकरण करने में छत्तीसगढ़ पहले पांच राज्यों में शामिल है। दमन दीव, दादरा नगर हवेली, दिल्ली, हरियाणा के बाद छत्तीसगढ़ का स्थान है।