अंबिकापुर। कोरोना की दूसरी लहर से हुए भारी नुकसान और तीसरी लहर से बच्चो को होने वाले प्रभाव की आशंका के मद्देनजर छत्तीसगढ़ में अभी से तैयारी की जा रही है। यहाँ स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के गृह जिले में पहला पीडियाट्रिक कोविड वार्ड तैयार हो रहा है, जो सर्वसुविधायुक्त है और बच्चों की मानसिक दशा के मुताबिक इसका इंटीरियर तैयार किया गया है।
कोरोना की दूसरी लहर ने स्वास्थ्य विभाग को काफी कुछ सीखा दिया है। यही वजह है कि संभावित तीसरी लहर का सामना करने के लिए अंबिकापुर मेडिकल कॉलज अस्पताल प्रबंधन अभी से सजग नज़र आ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि संभावित तीसरी लहर का प्रभाव बच्चों पर ज्यादा पड़ेगा। इससे निपटने के लिए अभी से अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन द्वारा विशेष तैयारियां की जा रही है।
20 बेड का होगा बच्चों का कोविड वार्ड
प्रबंधन द्वारा यहाँ बच्चों के लिए ऑक्सीजन युक्त 20 बेड का कोविड वार्ड तैयार किया जा रहा है। इस वार्ड को बच्चों के अनुरूप तैयार बनाया जा रहा है। अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल की कंसलटेंट प्रियंका कुरील ने बताया कि वार्ड में चारो ओर वालपेपर लगाए गए हैं, ताकि इलाज के दौरान बच्चों का मनोबल बढ़े और उन्हें इस बात का अहसास न हो कि उनका इलाज किसी कोविड अस्पताल में चल रहा है। मेडिकल कॉलेज के डीन और अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर लेकिन सिंह के मार्गदर्शन में अस्पताल कंसलटेंट प्रियंका कुरील अपनी टीम के साथ इस विशेष कोविड वार्ड को एक अलग रूप देकर तैयार करने में जुटी हुई है।
गौरतलब है कि बीते कुछ समय से विशेषज्ञ तीसरी लहर के खतरे का अहसास करते हुए बता रहे थे कि आने वाले समय में कोरोना का बच्चों पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा, मगर अब यह बात कही जा रही है कि ऐसा किसी भी रिसर्च में सामने नहीं आया है कि तीसरी लहर आयी तो इसका सर्वाधिक असर बच्चों पर ही पड़ेगा, यह काफी राहत देने वाली खबर है, मगर समय से पहले अगर कोई भी तैयारी की जा रही है तो यह और भी अच्छी बात है।
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