गेवरा खदान
गेवरा खदान में घुसे चोरों को भगाने जवानों ने की फायरिंग

कोरबा। जिले के कोयला खदानों में सुरक्षा व्यवस्था के तगड़े इंतजाम के बावजूद डीजल चोरों का गिरोह सक्रिय है। बीती रात गेवरा खदान में घुस रहे डीजल चोरों ने पेट्रोलिंग पर निकले CISF के जवानो पर भारी पथराव किया। इस दौरान एक कर्मचारी के घायल होने के बावजूद CISF के जवानों ने जमकर हवाई फायर किया, जिसके बाद डीजल चोर अपने एक वाहन को छोड़कर वहां से भाग खड़े हुए।

कोरबा जिले के गेवरा, दीपका और कुसमुंडा खदानों में डीजल चोर पूर्व में की गई कार्रवाई के बावजूद जमकर उत्पात मचा रहे है। गेवरा खदान के एक हिस्से में हुई इस घटना के संबंध में CISF के जवान महेश चूड़ामन ठाकरे ने दीपका थाने में FIR दर्ज कराया है। महेश ने बताया कि बीती रात गश्त के दौरान हरदीबाजार बाईपास रोड से गुजरते समय उन्होंने देखा कि 40 से 50 की संख्या में डीजल चोर गेवरा खदान में घुस रहे हैं। तीन चौपहिया वाहनों में सवार होकर आये डीजल चोरो ने जवानों पर पथराव शुरू कर दिया, जिसमे एक कर्मचारी घायल भी हो गया।

40 राउंड हवाई फायर किये जवानों ने

CISF के पेट्रोलिंग वाहन में ड्राइवर के अलावा महेश और आरक्षक अनिल यादव ही सवार थे। लगातार हो रहे पथराव के बावजूद दोनों जवानो ने हिम्मत नहीं हारी और इन्होंने एक-एक करके 40 राउंड गोलियां हवा में चलाईं। लगातार हो रही गोलीबारी से डरे डीजल चोर अपना कैम्पर वाहन छोड़ कर भाग खड़े हुए।

जब्त वाहन में मिले डीजल से भरे जेरीकेन

CISF की सूचना पर दीपका पुलिस ने चोरों के वाहन के अलावा CISF की गाड़ी भी जब्त की है जो पथराव के चलते क्षतिग्रस्त हो गई है। चोरों के वाहन में डीजल से भरे जरीकेन, चोरी में प्रयुक्त पाइप भी मिले। इस वाहन में गोली के निशान भी पाए गए हैं। पुलिस ने इस मामले में विभिन्न धाराओं के तहत जुर्म दर्ज करते हुए डीजल चोरों की तलाश शुरू कर दी है।

SECL के कर्मचारियों को सर्वाधिक खतरा

बता दें कि कोरबा जिले के कोयला खदानों में डीजल चोर गिरोहों का वर्चस्व है. इसमें स्थानीय तौर पर कुछ प्रभाव रखने वाले सफेदपोश लोगों की भी संलिप्तता बताई जा रही है. यहां सबसे ज्यादा मुश्किल में है कोयला उद्योग में लगे छोटे स्तर के कर्मचारी. जिनकी ड्यूटी अलग-अलग शिफ्ट में रहती है. नाइट ड्यूटी के दौरान भी एसईसीएल के कर्मचारी बड़ी तादात में खदानों में काम करते हैं. जब भी इस तरह का गैंगवार छिड़ता है, तब उनकी जान आफत में होती है. उधर एसईसीएल द्वारा जारी आंकड़ों में ही लगभग करोड़ रुपये के डीजल की चोरी का अनुमान लगाया गया है. जिसके चलते SECL को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

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