टीआरपी डेस्क। इजराइल के प्रधानमंत्री पद पर काबिज बेंजामिन नेतन्याहू का कार्यकाल रविवार को खत्म हो गया। जिसके बाद नफ्ताली बेनेट ने नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। इसके साथ ही दुनियाभर से उन्हें बधाई मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नफ्ताली बेनेट को इजराइल का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी।

पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘इजराइल का प्रधानमंत्री बनने पर नफ्ताली बेनेट को बधाइयां। हम अगले साल अपने कूटनीतिक संबंधों के उन्नयन के 30 साल पूरे कर रहे हैं और इस अवसर पर मैं आपसे मुलाकात करने तथा दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और अधिक मजबूत करने के लिए उत्सुक हूं।’’ वहीं पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की विदाई पर पीएम मोदी ने कहा, ”भारत-इस्राइल साझेदारी पर व्यक्तिगत ध्यान देने के लिए आपका आभार व्यक्त करता हूं।”
Excellency @naftalibennett, congratulations on becoming the Prime Minister of Israel. As we celebrate 30 years of the upgradation of diplomatic relations next year, I look forward to meeting you and deepening the strategic partnership between our two countries. @IsraeliPM
— Narendra Modi (@narendramodi) June 14, 2021
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी दी बधाई
नफ्ताली बेनेट को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी बधाई दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका अब नफ्ताली बेनेट के साथ मिलकर काम करने के लिए काफी उत्सुक है। बाइडेन ने आगे कहा कि मैं नफ्ताली बेनेट और विदेश मंत्री याइर लापिड को पूरे अमेरिका के वासियों की तरफ से बधाई देता हूं, दोनों देशों के संबंधों को और प्रगाढ़ करने पर हम काम करेंगे।’
12 साल बाद काबिज बेंजामिन नेतन्याहू का कार्यकाल हुआ खत्म
बता दें, पीएम मोदी और बेंजामिन नेतन्याहू दोनों हमेशा ही एक-दूसरे को अच्छा दोस्त कहते आए हैं। नफ्ताली के प्रधानमंत्री बनने के साथ ही 12 साल से प्रधानमंत्री पद पर काबिज बेंजामिन नेतन्याहू का कार्यकाल खत्म हो गया। गौरतलब है कि इजराइल की 120 सदस्यीय संसद ‘नेसेट’ में नयी सरकार पर कल हुए मतदान में 60 सदस्यों ने इसके पक्ष में और 59 सदस्यों ने विरोध में मतदान किया। इस दौरान एक सदस्य अनुपस्थित रहा। नयी सरकार में 27 मंत्री हैं जिनमें से नौ महिलाएं हैं।
नई सरकार के लिए अलग-अलग विचारधारा के दलों ने गठबंधन किया है। इनमें दक्षिणपंथी, वाम, मध्यमार्गी के साथ अरब समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली एक पार्टी भी है। येश एतिद पार्टी के मिकी लेवी को संसद का स्पीकर चुना गया। उनके पक्ष में 67 सदस्यों ने मतदान किया। इससे पहले बेनेट ने संसद में संबोधन के दौरान अपनी सरकार के मंत्रियों के नामों की घोषणा की और इस दौरान 71 वर्षीय नेतन्याहू के समर्थकों ने बाधा भी डाली।
प्रतिद्वंद्वी पार्टी के सांसदों के शोर शराबे के बीच बेनेट ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वह ‘‘अलग-अलग विचार वाले लोगों के साथ काम करेंगे। बेनेट ने कहा कि इस निर्णायक समय हम यह जिम्मेदारी उठा रहे हैं। इस सरकार के अलावा देश के सामने बस यही विकल्प था कि और चुनाव करवाएं जाएं। इससे और नफरत फैलती और देश पर असर पड़ता।” लिकुड पार्टी के सदस्यों ने उनके संबोधन के दौरान हंगामा किया और उनको ‘अपराधी’ और ‘झूठा’ बताया। अपने संबोधन में बेनेट ने यह भी कहा कि इजराइल कभी भी ईरान को परमाणु हथियार बनाने की क्षमता हासिल नहीं करने देगा।
जाने कौन हैं नफ्ताली बेनेट ?
इजरायल के नए प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट सेना में बतौर एलीट कमांडो यूनिट सायरेत मटकल और मगलन के कमांडो के रूप में देश की सेवा कर चुके हैं। साल 2006 में उन्होंने बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व में राजनीति में प्रवेश किया। इसके बाद वह नेतन्याहू के चीफ ऑफ स्टाफ बनाए गए। साल 2012 में नफ्ताली बेनेट द जुइश होम नाम की पार्टी पर संसद के लिए चुने गए। बाद में वह न्यू राइट और यामिना पार्टी से भी नेसेट के सदस्य बने। 2012 से 2020 के बीच नेफ्टाली 5 बार इजरायली संसद के सदस्य बन चुके हैं। 2019 से 2020 के बीच वह इजरायल के रक्षा मंत्री भी रहे हैं।
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