ब्लैक फंगस
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रायपुर। केंद्र सरकार ने ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) को आयुष्मान भारत योजना में शामिल करने को मंजूरी दे दी है। राज्य सरकार ने कुछ दिन पहले ही इसका प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था। इसी के साथ ही अब छत्तीसगढ़ में सभी सरकारी और चुनिंदा निजी अस्पतालों में ब्लैक फंगस के नि:शुल्क इलाज शुरू कर दिया जाएगा।

छत्तीसगढ़ में एपिडेमिक कंट्रोल के संचालक डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया, ब्लैक फंगस के महंगे इलाज में मरीजों की मदद के लिए इसे राज्य सरकार के डॉ. खूबचंद बघेल मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना में पहले ही शामिल कर लिया गया था। इसी के तहत मरीजों को नि:शुल्क इलाज दिया जा रहा था। इसको केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना में शामिल कराने की कोशिश भी हो रही थी।

बता दें कि पिछले दिनों विभाग ने बाकायदा एक प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार को भेजा था। डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना और आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ. श्रीकांत राजिमवाले के अनुसार केंद्र सरकार से ब्लैक फंगस को आयुष्मान योजना में शामिल करने की अनुमति मिल गई है। अब सभी परिवार नि:शुल्क इलाज के दायरे में आ गए हैं। छत्तीसगढ़ में ब्लैक फंगस का पहला केस 21 अप्रैल के आसपास आया था। मई में इसे नोटिफिएबल डिजीज घोषित कर दिया गया।

आयुष्मान में 36.50 लाख परिवार

केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना के दायरे में प्रदेश के 36 लाख 50 हजार से अधिक परिवार आते हैं। योजना के तहत परिवार को एक वर्ष में 5 लाख रुपए तक के इलाज का खर्च नि:शुल्क हो जाता है। करीब 19 लाख गरीबी रेखा से नीचे और 9 लाख सामान्य परिवारों को राज्य सरकार ने डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना का सुरक्षा कवर दिया है। इसके तहत 50 हजार से 20 लाख तक के इलाज का खर्च सरकार उठाती है।

बीते 24 घंटों में 3 मरीजों की मौत

इधर प्रदेश में ब्लैक फंगस से संक्रमण की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। बीते 24 घंटों में 12 नए केस सामने आए हैं। वहीं तीन मरीजों की इलाज के दौरान मौत हुई है। प्रदेश में अब तक 317 लोग ब्लैक फंगस की चपेट में आ चुके। इनमें से 37 लोगों की मौत हो चुकी है।

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