'नेशनल डॉक्टर्स डे'
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टीआरपी डेस्क। डॉक्टर का हमारे समाज में एक अहम स्थान है। अपनी छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी बीमारी को लेकर लोग डॉक्टर के पास इसी उम्मीद के साथ जाते हैं कि वे बिल्कुल ठीक हो जाएंगे। डॉक्टर भी चौबीसों घंटे मरीजों को अपनी सेवा प्रदान करते हैं और उन्हें ठीक करने में अपनी पूरी मेहनत लगा देते हैं। डॉक्टरों के इसी लगन के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए हर साल 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस यानी नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। इस साल यानि 2021 नेशनल डॉक्टर्स डे की थीम कोरोना वायरस से जोड़ कर ही रखी गई है- ‘बिल्डिंग ए फेयरर, हेल्दियर वर्ल्ड।’

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PM मोदी ने सभी डॉक्टर्स को दी शुभकामनाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरूवार को ‘डॉक्टर्स डे’ के मौके पर देशभर के सभी डॉक्टरों को बधाई दी और कहा कि भारत ने चिकित्सा के क्षेत्र में सराहनीय काम किया है और दुनिया को स्वस्थ बनाने में योगदान दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘डॉक्टर्स डे पर सभी डॉक्टर्स को मेरी शुभकामनाएं। मेडिकल के क्षेत्र में भारत की प्रगति सराहनीय है। भारत ने दुनिया को स्वस्थ रखने में योगदान दिया है।’’

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चिकित्सकों ने सैनिकों की तरह लड़ी जंग- भूपेश बघेल

वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी आज ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ के अवसर पर देश और प्रदेश के सभी चिकित्सकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। साथ ही उन सभी चिकित्सकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। जिन्होंने कोविड-19 की चुनौतियों से एक सैनिक की तरह जंग लड़ी और हजारों लोगों की जान बचाते हुए अपनी जान गंवा दी।

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भूपेश बघेल ने आगे कहा कि डॉक्टरों को धरती के भगवान की संज्ञा गई है। इस पर कोरोना काल ने फिर से मुहर लगाई है। डॉक्टर्स कोरोना वारियर के रूप में आगे आए हैं। पूरे विश्व में हजारों डॉक्टर्स अपनी जान की परवाह न करते हुए लोगों की जान बचाने में लगे हैं। डॉक्टर्स को उनकी अमूल्य सेवाओं के लिए धन्यवाद देता हूँ। कोरोना काल में डॉक्टर्स द्वारा की गई मानवता की निःस्वार्थ सेवा को पीढ़ियों तक याद किया जायेगा।

‘डॉक्टर्स डे’ मनाने की शुरुआत

बता दें, हर साल 1 जुलाई राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज ही के दिन देश के महान चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉक्टर बिधानचंद्र रॉय का जन्मदिन और पुण्यतिथि है। यह दिन उन्हीं की याद में मनाया जाता है। साल 1991 में इस दिन को मनाने की शुरुआत केंद्र सरकार द्वारा की गई थी। जिसके बाद से हर साल इस दिन को डॉक्टरों के सम्मान में मनाया जाता है।

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डॉक्टर्स डे का महत्व

इस दिन डॉक्टर्स के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है। साथ ही हमारे जीवन में डॉक्टर्स का क्या योगदान है इस बात को सराहा जाता है। डॉक्टर्स डे का महत्व इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज इस महामारी में अपनी जान की परवाह किए बगैर डॉक्टर्स लोगों को नया जीवन देने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। कोरोना काल में यह विशेष दिन सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को समर्पित है, जो अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की सेवा कर रहे हैं।

कोरोना काल में डॉक्टर्स का सभी के लिए सन्देश 

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कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए सावधानियां बरतें

मेकाहारा अधीक्षक डॉ. विनीत जैन ने “डॉक्टर्स डे” के खास मौके पर सभी चिकित्सकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। साथ ही कोरोना महामारी में डॉक्टरों को पूरी मेहनत, कोशिश और समर्पण की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि सभी डॉक्टर संकट के इस दौर में पूरी कोशिश और मेहनत के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन इसी तरह करते रहें, ताकि जल्द से जल्द इस महामारी से देश को मुक्त कराया जा सके। डॉ विनीत जैन ने लोगों से अपील कर कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए सभी सावधानियां बरतें। कोरोना के गाइडलाइन का पालन करते हुए प्रिकॉशन को फॉलो करें। साथ ही सभी वैक्सीनेटेड होकर कोरोना को हराने में अहम भूमिका निभाएं।

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हमें चुनौतीपूर्ण समय के लिए तैयार रहना होगा

कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल, पालम विहार, के जनरल मैनेजर, श्री मनीष गुप्ता ने कहा, “मैं ‘डॉक्टर्स डे’ के उपलक्ष्य पर उम्मीद करूंगा कि डॉक्टर्स भविष्य में समाज की सेवा करते हुए सुरक्षित और स्वस्थ रहें। हमे और भी ज्यादा मुश्किल और चुनौतीपूर्ण समय के लिए तैयार रहना होगा। कोविड-19 महामारी हर किसी के लिए मुश्किलों से भरी रही है। यहां तक कि डॉक्टर भी लोगों की जान बचाने के लिए अपनी जान जोख़िम में डाल रहे हैं। जहां एक तरफ लोग अपने आप को आइसोलेट कर रहे हैं, वहीं हम डॉक्टर लोग संक्रमित लोगों की जान बचाने के लिए लगातार महामारी से लड़ रहे हैं। मात्र महामारी के दौरान ही नहीं डॉक्टर हर आपदा में एक सुपरहीरो की तरह सामने आए हैं और समाज की बेहतरी के लिए अपने काम को पूरी लगन और निष्ठा से अंजाम दिया है।”

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डॉक्टरों का सम्मान हर दिन होना चाहिए 

पारस हॉस्पिटल, गुरुग्राम के रीजनल डायरेक्टर डॉ. समीर कुलकर्णी का कहना है कि हम सभी इस समय एक मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। यह शायद हमारे जीवन का सबसे कठिन समय है। डॉक्टरों के लिए यह सुनिश्चित करना और भी मुश्किल हो गया है कि जो लोग संक्रमित हैं, उन्हें उचित चिकित्सा सुविधाएं मिलती रहें। डॉक्टर्स और हेल्थकेयर स्टाफ जिस तरह से समाज के प्रति अपना योगदान देते रहे हैं और कड़ी मेहनत करते हैं। इसके लिए उनका सम्मान हर दिन होना चाहिए न कि सिर्फ किसी विशेष दिन ही। उनके द्वारा किए गए कार्यों को सम्मान देना चाहिए। हेल्थकेयर सेक्टर में डॉक्टरों और मेडिकल स्टॉफ का योगदान अतुलनीय है।

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