रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में मौजूदा सांसद और पूर्व सांसद के बीच जुबानी जंग सामने आई है। दरअसल पूर्व सांसद दिनेश कश्यप ने राज्य की मौजूदा कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि अगर यह सरकार अगली बार सत्ता में आई तो वह कान कटवा लेंगे। उनके इस कथन पर मौजूदा सांसद और कांग्रेस नेता दीपक बैज ने पलटवार किया करते हुए कहा है कि विधानसभा चुनाव में 15 सीटें भी नहीं आईं, इससे ज्यादा क्या नाक कटेगी। 2023 के चुनाव में बचे-खुचे कान भी कट जाएंगे।

क्या है मामला
भाजपा नेता दिनेश कश्यप से कांग्रेस सरकार के कार्यकाल को लेकर सवाल किया गया था। जिस पर उन्होंने मौजूदा कांग्रेस सरकार को जमकर कोसते हुए कहा कि अगली बार अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो वह कान कटा लेंगे। उन्होंने आगे कहा कि ढाई साल में ही प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार के कामकाज को समझ गई है। विकास के नाम पर करोड़ों रुपए का बंदरबाट हुआ है। शासकीय कर्मचारी और अधिकारी भी परेशान हैं, उन्होंने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में जनता एक बार फिर भाजपा को चुनेगी।
यह भी पढ़ेंः खाद-बीज को लेकर पूर्व विधायक भोजराज नाग ने किया चक्का जाम, सड़क पर लगी वाहनों की कतार, देखिये वीडियो
गिनवाई पार्टी की कमियां
पूर्व सांसद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की कमियों को गिनवाते हुए कहा कि उन्होंने जो वादे किए थे वो पूरे नहीं हुए। इन्होंने बेरोजगारी का भत्ता, किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था लेकिन कोई वादा पूरा नहीं हुआ। किसानों को खाद नहीं मिल रहा। कांग्रेस ने गंगाजल लेकर कसम खाई थी लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं किया।
सांसद ने किया पलटवार
बस्तर से मौजूदा सांसद दीपक बैज ने भाजपा के पूर्व सांसद के इस बयान पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा में मंत्री, सांसद रहे फिर भी 15 साल की सरकार में 15 सीटें भी नहीं आईं। इससे ज्यादा क्या नाक कटेगी? उन्होंने कहा कि 2023 के विधानसभा चुनाव में बचे-खुचे कान भी कट जाएंगे।
यह भी पढ़ेंः FB इंडिया के वीपी अजित मोहन को बड़ा झटका, SC ने विधानसभा पैनल का समन रद्द करने से किया इनकार
वर्तमान सांसद दीपक बैज ने कहा कि हमारे पास बेरोजगारी भत्ता के लिए पांच साल की कार्ययोजना है, पांच साल की सरकार है, हम करेंगे, सबसे ज्यादा कर्ज दो साल में दिनेश कश्यप का माफ हुआ है, हिम्मत है तो वे जनता को बताएं कि कितना कर्ज माफी हुआ है, खाद केन्द्र सरकार भेजती है, उन्हें नरेन्द्र मोदी को चिट्ठी लिख कर बोलना चाहिए।