रूंगटा ग्रुप में शिक्षकों के साथ हो रही है धोखाधड़ी... बैंक के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर किया जाता है करोड़ो का फर्जीवाड़ा

टीआरपी डेस्क। रूंगटा कॉलेज ग्रुप द्वारा शिक्षा की आड़ में बैंकिंग धोखाधड़ी और आयकर चोरी का मामला सामने आया है। इसका खुलासा एक आरटीआई में हुआ है। आरटीआई से प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर संस्था में काम करने वाले कर्मचारियों को दी जाने वाली सैलरी 40 प्रतिशत तक बढ़ा कर बताई गई है।

दरअसल सस्था द्वारा सैलरी शीट प्रदान की गई है जो कि ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स रिसाली शाखा की है। इस शीट में दर्शाया गया खाता नंबर भी गलत है। इतना ही नहीं इस शीट में बैंक की सील व सीनीयर मैनेजर के हस्ताक्षर भी फर्जी ही हैं। ऐसा कोई भी बैंकिंग ट्रांजेक्शन नहीं किया गया है। इसके अलावा अन्य दस्तावेज एचडीएफसी बैंक दुर्ग शाखा ( PH No 16, Rakba 0188) की है। यह दस्तावेज भी पूरी तरह से फर्जी है इस तरह सेे रूंगटा ग्रुप ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैंद के साथ ही ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन न्यू दिल्ली को भी धोखा दिया है।

इतना ही नहीं कर्मचारियों को कम वेतन देकर दस्तावेजों में बढ़ाकर दिखाया जाता है। यह कर्मचारियों का शोषण है ही साथ ही यह मान्यता के नियमों का भी उल्लंघन है। हाल ही में रूंगटा कॉलेज ग्रुप ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर देश के टॉप कॉलेजों की लिस्ट में अपनी जगह बनाई है। इसकी पोल कॉलेज की वर्तमान व्यवस्था ही खोल रही है। दरअसल  कॉलेज में कई लैब और शिक्षकों की कमी है। दरअसल रुंगटा कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर,एसोसियेट प्रोफेसर और प्रोफेसर की संख्या 3:2:3 में नहीं होने के विरुद्ध कई बार शिकायतें भी की गई है। जबकि कालेज में AICTE के नॉर्म्स के अनुसार कुल शिक्षकों और छात्रों में 1:20 का नियम है। यानि 20 छात्रों के लिए एक शिक्षक होना चाहिए जो यहां है ही नहीं। फिर भी विश्वविद्यालय और AICTE को इस बारे में फर्जी जानकारी मुहैया करवाई जाती रही है।

टीआरपी को मिली जानकारी के अनुसार रुंगटा कॉलेज पिछले ढाई साल से यानि फरवरी 2018 से अपनें स्टाफ को नियमित मासिक वेतन नही दे पा रहे हैं। कोरोना महामारी के संकट में भी आज की तारीख तक स्टाफ का छ माह का वेतन व उनके पीएफ की राशि नही जमा की गई है। जिसकी शिकायत विश्वविद्यालय, डी टी ई, राज्यपाल, एएआईसीटी, एमएचआरडी को की गई है जिसकी जांच लंबित है। यहां के स्टाफ के वेतन व ग्रेच्यूटी, फर्जी स्टाफ व उनके वेतन संबंधित मामले केन्द्र व राज्य स्तर पर विभिन्न विभागों जैसे एआईसीटीई, तकनीकी विश्वविद्यालय व तकनीकी शिक्षा संचालनालय, श्रम विभाग, आयकर विभाग व प्रर्वतन विभाग में न्यायालयीन प्रक्रिया के तहत लंबित है।

हाईकोर्ट में मामले की शिकायत

रूंगटा कॉलेज ग्रुप के शिक्षकों की आड़ में किए जा रहे फर्जीवाड़ों की शिकायत जामुल थाना, एसपी और डीजीपी तक की गई है। किसी प्रकार की कार्वाई न होता देख हाईकोर्ट में 156/3 के तहत परिवाद भी दायर किया गया है। जिसकी सुनवाई में हाईकोर्ट ने जामुल थाने से जांच प्रतिवेदन की मांग की है। इस मामले की अगली सुनवाई अगस्त माह में होनी है। कोर्ट के आदेश के बाद ही ग्रुप के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो सकती है।
डीके सोनी
एडवोकेट, आरटीआई एवं सोशल एक्टिविस्ट, सरगुजा

हमारे पास सारे दस्तावेज हैं उन्हें आप वेरीफाई कीजिए

जब टीआरपी ने रूंगटा ग्रुप के डायरेक्टर टेक्निकल डाॅ. सौरभ रूंगटा से इस मामले में बात करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन पर वर्जन देने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि आप भिलाई आएं हमारे पास सारे दस्तावेज हैं उन्हें आप वेरीफाई कर सकते हैं।

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