इंटरनेशनल डेस्क। काबुल पर कब्जा करते ही तालिबान ने अफगानिस्तान का नाम बदलकर ‘इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान’ कर दिया है। तालिबान नेता मुल्ला अब्दुल गनी बारादर ने अफगानिस्तान के नए नाम ‘इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान’ की घोषणा की है। उधर, देशवासी और विदेशी इस युद्धग्रस्त देश से निकलने को प्रयासरत हैं।

له انګریزي ښکیلاک نه د هیواد د خپلواکي د یوسل او دویمې کلیزې په مناسبت د افغانستان إسلامي امارت اعلامیهhttps://t.co/HfZUIHnCJp pic.twitter.com/jQViMYERpW
— Zabihullah (..ذبـــــیح الله م ) (@Zabehulah_M33) August 19, 2021
बता दें अमेरिकी सैनिकों की वापसी की खबर सुनते ही तालिबान ने आगे बढ़कर राजधानी काबुल पर कब्जा जमा लिया। साथ ही आपको यह भी बता दें की इससे 20 साल पहले भी अफगानिस्तान पर काबिज होने के बाद तालिबान ने यही नाम दिया था। 20 साल पहले अमेरिका ने सितंबर 2001 में ट्विन टॉवर पर हमले के बाद तालिबान को अफगानिस्तान से उखाड़ फेंका था।
इसके पहले तालिबाना ने 1996 से लेकर 2001 तक करीबन छह साल काबिज था। 20 साल अफगानिस्तान में रहने के बाद अमेरिका ने इस उम्मीद के साथ देश छोड़ा कि देश अपने पैरों पर खड़ा होने में समर्थ होगा। लेकिन तालिबान ने जिस तेजी के साथ अफगानिस्तान पर कब्जा जमाया है, उसने पूरी दुनिया को चौंका दिया है।
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