नई दिल्ली। हरियाणा के करनाल में मंगलवार को किसानों की महापंचायत है। हरियाणा भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा- उनकी मांगें नहीं मानी गई हैं , इसलिए नई अनाज मंडी में सुबह 10 बजे एक बड़ी पंचायत होगी जिसके बाद किसान मिनी सचिवालय का घेराव भी करेंगे। करनाल में किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए धारा-144 लागू कर दी गई है।

एनएच 44 पर यात्रा करने से बचें 

हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा है कि शांति बनाए रखना किसान नेताओं की जिम्मेदारी है। साथ ही प्रशासन की तरफ से फ़ोर्स की 40 कम्पनियों की तैनाती रहेगी। जो सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभालेंगी। इस बीच हरियाणा पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। जिसमें लोगों को आज करनाल से यात्रा करने से बचने और दूसरे रास्तों का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। पुलिस के आदेश में कहा गया, एनएच-44 का उपयोग करने वाले लोगों को सलाह दी जाती है कि वे करनाल शहर की यात्रा करने से बचें या सात सितंबर को अपने गंतव्य तक जाने के लिए वैकल्पिक रास्तों का उपयोग करें।

पांच से अधिक लोगों एकत्रित पर लगा प्रतिबंध

पांच से अधिक लोगों के एक साथ होने पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। जिले में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 10 कंपनियों सहित सुरक्षा बलों की 40 कंपनियां तैनात की गई हैं, जहां स्थानीय अधिकारियों ने दण्ड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगा दिया।

डीएसपी रैंक के अधिकारी करेंगे निगरानी

करनाल के पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया ने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 10 कंपनियों सहित सुरक्षा बलों की कुल 40 कंपनियां तैनात की गई हैं। पुनिया ने कहा कि पड़ोसी जिलों से अतिरिक्त बल के साथ, पुलिस अधीक्षक रैंक के पांच के अधिकारी और 25 डीएसपी रैंक के अधिकारी यहां सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करेंगे।

इन पांच जिलों में इंटरनेट बंद 

दरअसल 28 अगस्त को किसानों पर हुए कथित पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ करनाल में यह प्रदर्शन किया जा रहा है। जिसे देखतें हुए करनाल और उसके पड़ोसी जिलों कैथल, पानीपत, जींद और कुरुक्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है।