स्पोर्ट्स डेस्क : दुनिया भर में कोरोना के मामलों मे गिरावट के बाद हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी T20 वर्ल्ड कप का सपना देख रहा था। और ऐसा हो भी क्यों न T20WC भारत में जो होने जा रहा था। लेकिन देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण ऐसा हो न सका। जिसके बाद T20WC के आयोजन को UAE में करना पड़ा, हालाँकि मेज़बान देश भारत ही रहा। इसके बाद भी भारतीय क्रिकेट प्रेमियों की T20 वर्ल्ड कप घर लाने की उम्मीदें कम न हुई।


T20 वर्ल्ड कप के ठीक पहले IPL का दूसरा सेशन चल रहा था, इसी दौरान T20WC के लिए टीम का ऐलान कर दिया गया। भारत को पक्ष में उम्मीद बढ़ाने वाली बात ये सामने आई कि भारतीय टीम के साथ भारत के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी बतौर मेंटॉर जाएंगे। कप्तान कूल के नाम से विख्यात महेन्द्र सिंह धोनी ने बतौर कप्तान सभी अंतर्राष्ट्रीय खिताब भारत के नाम किये हैं। इसी दौरान IPL में धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल का खिताब अपने नाम किया। इसके बाद भारतीय क्रिकेट प्रेमियों की T20 वर्ल्ड कप घर लाने की उम्मीदों को तो मानो पंख लग गये थे।

भारतीय टीम ने जब T20WC का सफर शुरू हुआ तो प्रैक्टिस मैचों में भारतीय टीम ने बड़ी टीमों को आसानी से हरा दिया। लेकिन जैसे ही ग्रुप-मैच शुरू हुए परिस्थितियाँ एकदम विपरीत हो गई। भारत ने पहला ही मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेला। दशकों के इतिहास में पाकिस्तान कभी भी T20WC में भारतीय टीम के सामने टिक नहीं पाया था। इस बार भी वर्ल्डकप से पहले यही उम्मीद थी, लेकिन इतिहास बदल गया। पाकिस्तानी टीम ने T20WC के पहले ही मैच में भारत को 10 विकेट से हरा दिया। यह हार ऐसी रही कि टीम इंडिया वापसी ही नहीं कर पाई। कई पूर्व क्रिकेटरों और क्रिकेट विशेषज्ञों ने भी ऐसा कहा कि, जहां पाकिस्तान के साथ मैच टीम इंडिया पर भारी पड़ गया। शाहीन आफरीदी ने रोहित शर्मा, के. एल. राहुल के विकेट चटके थे। भारतीसॉय टाम के T20WC जीतने का सपना टूटने की शुरूआत भी वहीं से हुई थी।

जहाँ पहले मैच में पाकिस्तान ने भारत को 10 विकेट से हराया तो अगले ही मैच में न्यूजीलैंड ने भारत को 8 विकेट से मात दी। न्यूजीलैंड के खिलाफ रोहित शर्मा ने ओपनिंग नहीं की, जिससे पूरा बैटिंग ऑर्डर बिगड़ गया. इससे पता चला कि पाकिस्तान से मिली हार के बाद से भारतीय ड्रेसिंग रूम में स्थिति सहीं नहीं है। न्यूजीलैंड से हार के बाद भारतीय टीम का सेमीफाइनल में पहुंचना कठिन हो गया। भारतीय टीम ने इसके बाद हुए तीनों मैचों में क्रमशः अफगानिस्तान, स्कॉटलैंड और नामीबिया को मात जरूर दी। लेकिन न्यूजीलैंड से से आगे नहीं जा पाई। पाकिस्तान और न्यूजीलैंड की टीमों ने ग्रुप-2 से सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली।

बहरहाल भारतीय टीम T20WC की दौड़ से बाहर हो चुकी है। वर्ल्डकप में भारतीय टीम के सफर के खत्म होने के साथ ही तीन और चीज़ें भी खत्म हो गई।
- विराट कोहली अब टी-20 फॉर्मेट में बतौर कप्तान कभी मैदान में नहीं उतरेंगे।
- अब हम बतौर कोच रवि शास्त्री को अब भारतीय टीम के साथ नहीं देख पाएंगे। अब रवि शास्त्री की जगह राहुल द्रविड़ लेने जा रहे हैं।
- और तीसरी बात ये कि महेंद्र सिंह धोनी भी बतौर मेंटॉर अब हमें दिखाई नहीं देंगे। BCCI ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि धोनी सिर्फ T20WC के लिए साथ रहेंगे।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्राम, कू और वॉट्सएप, पर…