गरियाबन्द। आदमखोर तेंदुआ आखिरकार पिंजरे में कैद हो ही गया। कई लोगों को अपना शिकार बना चुके इस तेंदुए के पकडे जाने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा, और उन्होंने तेंदुए को घेर लिया। इसके बाद ग्रामीणों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की मदद लेनी पड़ी।

वन विभाग ने लगा रखा था पिंजरा
गरियाबंद के ग्राम कुचैना में 72 वर्षीय महिला का शिकार करने के 36 दिन बाद वन विभाग के पिंजड़े में यह आदमखोर तेंदुवा कैद हुआ। आज शाम लगभग 6 बजे काजनसरा में वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में तेंदुआ कैद हो गया है। इसकी जानकारी लगते ही वन अमला मौके पर पहुँच गया। इस दौरान गुस्साई ग्रामीणों की भीड़ भी जुट गई है, जिन्हें नियंत्रित करने के लिए वन विभाग को पुलिस की मदद लेनी पड़ी।

20 अक्टूबर को कुचैना के 72 वर्षिय महिला का शिकार तेंदुए ने किया था, तब से गरियाबन्द रेंज के अफसरो ने कुचैना, काजनसरा व बम्हनी में पिंजरा लगाया हुआ था। डीएफओ मयंक अग्रवाल ने बताया कि तेंदुआ पिंजरे में कैद है।सम्भवतः 20 अक्टूबर की महिला को शिकार बनाने वाला यही तेंदुआ है, पर अन्य दो घटनाओं में भी यही था ऐसा कहना जल्दबाजी होगी। फिलहाल तेंदुए को सुरक्षित दूसरी जगह ले जाने की तैयारी चल रही है।
कई लोगों को शिकार बना चुका है तेंदुआ
अब तक 72 वर्षीय महिला के अलावा 19 अगस्त को बम्हनी के 9 साल की बेटी रानी को तेंदुए ने अपना ग्रास बनाया था। डेढ़ साल पहले भी कुचैना में एक मासूम को भी तेंदुए ने अपना शिकार बनाया था। लगातार हुई घटनाओं के बाद इलाके में दहशत का आलम था। आज तेंदुए के पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों में उसके प्रति काफी गुस्सा देखा गया।
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