दुर्ग। करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान, रसरी आवत जात है सिल पर पड़त निशान। कहने को तो ये चंद लाइन है मगर इसका भाव समझें तो जिंदगी में काफी कुछ सीखने मिलता है। जिस प्रकार किसी पनघट पर कुंआ के ऊपर रखे पत्थर पर एक मामूली सी रस्सी बार-बार रगड़ी जाती है तो वह भी अपने निशान उस पत्थर पर बना देती है। ऐसे ही प्रयत्नशील व्यक्ति अपना लक्ष्य हासिल कर लेता है। इसी पंक्ति को यथार्थ किया है ईश्वर ओझा ने। जहां उसने लगातार छह घंटे तैरकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। इससे पहले आंध्रप्रदेश के एक 6 साल के बच्चे ने चार घंटे तैरकर रिकॉर्ड बनाया था अब ईश्वर ने उस समय को पछाड़ते हुए नया रिकॉर्ड बनाया है।

साई में सलेक्शन न होने का मलाल
स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया में दो बार मौका मिलने के बाद भी सलेक्शन न हो पाने के मलाल के बाद ईश्वर ने कुछ ऐसा कर दिखाने की ठानी कि उसे एक अलग पहचान हासिल करने की रह में जुट गया। जिसके बाद एक छोटे से तालाब में तैराकी करने वाले तैराक 17 वर्षीय ईश्वर ओझा ने बिना रुके 6 घंटे तक लगातार तैरकर ईश्वर ने खुद को और देश को सिद्ध कर दिया, की बिना स्विमिंग पूल के बिना बेहतर सुविधाओं के भी गंदे से तालाब में लगातार तैराकी की प्रैक्टिस करने वाले ग्रामीण इलाके के बच्चे भी वर्ल्ड रिकॉर्ड बना सकते हैं। इससे पहले 18 वर्ष की कम उम्र में आंध्रप्रदेश में एक 6 साल के बच्चे ने 4 घंटे तैरकर रिकार्ड बनाया था, उसके बाद ईश्वर का यह रिकार्ड अपने आप में नया रिकार्ड है।
देश भर में रोशन किया गांव का नाम
पुरई गांव जहां एक छोटे से तालाब में तैराकी करने वाले कई बच्चे राज्य और राष्ट्रीय स्तर के तैराक बन गए पूरे गांव के इसी डोंगिया तालाब में तैर कर कई बच्चों ने दर्जनों मेडल जीते, लेकिन ये जिले वो राज्य के लिए और भी ज्यादा खास पल इस लिए है क्योंकि गांव के ही एक तैराक ईश्वर ओझा ने लगातार 6 घंटे तैर कर एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।
जीत के बाद आंखें खुशी से यूं चमक उठी
लगातार 6 घंटे तैरने के बाद देर शाम वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम द्वारा दिया गया समय खत्म होते ही जब तालाब से बाहर निकाला तो घर वालों ने आरती उतारकर उसका स्वागत किया, लगातार छह घंटे पानी में रहकर ईश्वर का पूरा शरीर कांपता रहा, लेकिन उसके चेहरे पर गजब का आत्मविश्वास झलक रहा था, कि आखिर उसने वह कर दिखाया। जब उसे गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के नेशनल हेड आलोक ने जब उसे सर्टिफिकेट और बैच दिया तो उसकी आंखें खुशी से यूं चमक उठी, जिस सपने को लेकर उसने इतने दिन परिश्रम किया उसका फल उसे आज आखिर कर मिल ही गया।
यह रिकार्ड अपने आप में नया रिकार्ड
इस दौरान कोच ओम ओझा ने बताया कि इसके लिए उसने तीन महीने से लगातार तैयारी की थी गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के नेशनल हेड आलोक कुमार ने बताया कि ईश्वर ओझा ने एक नया वर्ल्ड रिकार्ड बनाया है,क्योंकि इससे पहले 18 वर्ष की कम उम्र में आंध्रप्रदेश में एक 6 साल के बच्चे ने 4 घंटे तैरकर रिकार्ड बनाया था, उसके बाद ईश्वर का यह रिकार्ड अपनेआप में नया रिकार्ड है। उन्होंने बताया कि 6 घंटे में ईश्वर ने तालाब में करीब 15 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तैरकर तय किया है।
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