वेतन विसंगति को दूर करने सड़क पर उतरे हजारों सहायक शिक्षक, विधानसभा घेराव के दौरान पुलिस की धक्का-मुक्की में महिला टीचर हुई बेहोश

रायपुर। प्रदेश भर से छत्तीसगढ़ की राजधानी पहुंचे सहायक शिक्षक अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतर आए। बूढ़ा तालाब स्थित धरना स्थल में 5 से 10 हजार की संख्या में पहुंचे सहायक शिक्षकों का कहना है कि जब तक वेतन विसंगति दूर नही हो जाती तब तक हम राजधानी से नहीं हटेंगे।

बता दें कि सहायक शिक्षक फेडेरेशन ने 5 दिसम्बर को ही बैठक कर 11,12 को ब्लाक मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन करने व 13 दिसम्बर को विधानसभा घेराव की घोषणा की थी। शिक्षकों द्वारा विधानसभा घेराव को रोकने के लिए 2000 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई थी।

आज सड़क पर पूरे जोश में एक तरफ शिक्षक आगे बढ़ रहे थे। दूसरी तरफ सप्रे स्कूल के पास पुलिस ने बैरीकेडिंग कर दी। साथ ही वही पर अस्थाई जेल भी बनाया गया था। जहां गिरफ्तार शिक्षकों को रखा जाएगा। जिला प्रशासन के अफसर और पुलिस के DSP रैंक के अफसर भी मोर्चा संभाले हुए थे।

शिक्षकों को यहां से आगे न जाने देने की तैयारी थी। बैरीकेडिंग देखकर शिक्षकों का गुस्सा फूटा, नारे बाजी करते हुए सभी प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए। धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इस बीच एक महिला शिक्षक भीड़ में बेहोश हो गई। महिला पुलिसकर्मियों की मदद से इसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। काफी देर तक सड़क पर ही धरना देने के बाद अफसरों को अपना ज्ञापन सौंपकर शिक्षक लौटे, सभी ने धरना देने और अब आगे हड़ताल करने की चेतावनी दी है।

शिक्षक संघ की मांग

  • शिक्षक वर्ग को मिले प्रमोशन
  • वेतन बढ़ोतरी
  • शिक्षाकर्मियों का शिक्षा विभाग में संविलियन
  • मिले पेंशन और सीनियारिटी का फायदा

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