प्रदेश में फिर बढ़ी गांजे की तस्करी, दो दिनों में 3 करोड़ का गांजा जब्त
प्रदेश में फिर बढ़ी गांजे की तस्करी, दो दिनों में 3 करोड़ का गांजा जब्त

महासमुंद/बलरामपुर। छत्तीसगढ़ राज्य के सीमावर्ती इलाकों से गांजे की तस्करी अब फिर से बढ़ गयी है। राज्य के दो जिलों में बीते 2 दिनों में दो बड़ी कार्रवाइयां हुईं। इस दौरान 3 करोड़ से भी अधिक का गांजा जब्त किया गया।

गोभी में छिपा रखा था 1.64 करोड़ का गांजा

गांजे की पहली खेप उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे हुए बलरामपुर जिले में पकड़ी गई। यहां गांजे की तस्करी का तरीका जानकर पुलिस भी हैरान रह गई। जिले के बंसतपुर थाना क्षेत्र के अंतराज्यीय नाका धनवार में वाहनों की चैकिंग की जा रही थी। इस दौरान पुलिस कर्मियों को एक आईसर ट्रक से सड़े गले पदार्थ की गंध आ रही थी। जवानो ने आशंका होने पर जब ट्रक की तलाशी ली तो उसमे गोभी की सब्जियों के नीचे भारी मात्रा में गांजा बोरे में भरा मिला। जब्त गांजे का वजन 16 क्विटंल निकला, जिसकी कीमत करीब 1 करोड 64 लाख बताई जा रही है। पुलिस ने ट्रक चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि वह रायपुर से ट्रक लेकर आ रहा था और उसे यूपी के जौनपुर की ओर जाना था।

पुलिस अब इस मामले में यह पता लगाने में जुट गई है कि आखिरकार इतनी बड़ी मात्रा में गांजा रायपुर से आरोपी को किसने दिया। पुलिस ने इसके लिये टीम भी बनाई है और मामले की विवेचना में जुट गई है।

स्क्रैप के नीचे मिला 7 क्विंटल गांजा

इधर महासमुंद जिले की कोमाखान पुलिस को वाहन चेकिंग के दौरान टेमरी नाका पर आयशर वाहन क्रमांक HR 74 A 6560 को रोककर चेक करने पर स्क्रैप के नीचे 700 किलो गांजा बरामद हुआ। जब्त गांजे की कीमत एक करोड 40 लाख रुपये आंकी गयी है। पुलिस रिजवान, उम्र 20 वर्ष, साजरा थाना चिनगुवा जिला मऊ मेवात हरियाणा एवं निजता उम्र 28 वर्ष निवासी सिमरावत थाना पिनसुवा जिला नऊ मेवात हरियाणा को गिरफ्तार कर NDPS ACT के तहत कार्यवाही कर रही है। इस पूरे मामले मे पुलिस ने बताया कि ये लोग भुनेश्वर उडीसा से कबाडी के सामान के साथ गांजा लेकर दिल्ली जा रहे थे ।