lalau

टीआरपी डेस्क। लालू प्रसाद यादव से जुड़े डोरंडा चारा घोटाले मामले में 15 फरवरी यानी कल फैसला आयेगा। सीबीआई की विशेष अदालत मामले में फैसला देगी। लोगों को फैसले का इंतजार है। इससे लालू यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। संयुक्त बिहार के वक्त पांच जिलों में हुए चारा घोटाले में डोरंडा सबसे महत्वपूर्ण है। क्योंकि यहीं से सभी अधिक अवैध निकासी हुई।

मंगलवार को फैसले के वक्त लालू प्रसाद यादव को कोर्ट में रहने का आदेश दिया गया है। मंगलवार को लालू प्रसाद यादव कोर्ट में उपस्थित रहेंगे, सीबीआइ कोर्ट में मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है। कोर्ट अब मामले में सिर्फ फैसला सुनायेगी। चारा घोटाले मामले के अन्य चार मामलों में कोर्ट पहले ही लालू प्रसाद यादव को सजा दे चुकी है।

घोटाले की जांच सीबीआई ने की थी। जिसमें आपूर्ति पदाधिकारियों से लेकर राजनेताओं की मिलीभगत की जानकारी हुई थी। CBI कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया है। 110 आरोपियों पर इस मामले में कोर्ट फैसला सुनाएगी। चारा घोटाले के दौरान डोरंडा कोषागारसे 139 करोड़ रुपए की अवैध निकासी हुई थी।

अदालत ने लालू प्रसाद यादव समेत 102 आरोपियों को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश होने को कहा है. कई आरोपियों की मौत हो चुकी है, लेकिन कोर्ट में उनका मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं, जमा किया गया है, जिसके कारण उनका नाम अभी नहीं काटा गया है। कोर्ट ने ऐसे लोगों के मृत्यु प्रमाण पत्र हाजिर करने को कहा है।

मोटरसाइकिल से ढोए गए थे गाय-भैंस

बहुचर्चित चारा घोटाले में डोरंडा केस सबसे बड़ा मामला है। इसमें फर्जी आवंटन, फर्जी रसीद के जरिए अवैध निकासी की गई। लेकिन जांच के दौरान पता चला कि पशुओं की ढुलाई के लिए जिन गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया था उनका नंबर स्कूटर, बाइक, ऑटो, जीप का था। आरोप है कि बिहार के तत्कालीन सीएम लालू प्रसाद यादव और तत्कालीन पशुपालन मंत्री ने सांठगांठ का राजस्व को फर्जी तरीके से निकाला।

लालू यादव हैं मुख्य आरोपी

डोरंडा कोषागार घोटाला 139.35 करोड़ रुपए की अवैध निकसी से जुड़ा है. इस मामले में पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव, जगदीश शर्मा, डॉ. आरके शर्मा, ध्रुप भगत, पांच IAS, 30 पशु चिकित्सक, छह अकाउंट व 56 आपूर्तिकर्ता शामिल है। लालू यादव इस मामले में मुख्य आरोपी हैं।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएप, पर