सहकारी बैंक घोटाला : धोखेबाज कैशियर नारायणपुर के जंगल से किया गया गिरफ्तार, 5 खातों में 18 लाख का गबन, तो 500 खातों की जांच में...
सहकारी बैंक घोटाला : धोखेबाज कैशियर नारायणपुर के जंगल से किया गया गिरफ्तार, 5 खातों में 18 लाख का गबन, तो 500 खातों की जांच में...

बालोद। बालोद जिले की बहुचर्चित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित निपानी में ग्राहकों के खाते में की गई हेराफेरी के मामले में बालोद पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। यहां के कैशियर अजय भेड़िया को बालोद पुलिस ने नारायणपुर के जंगल से गिरफ्तार कर लिया है। जिसे रिमांड पर जेल भेजा गया।

नक्सल बेल्ट में छिपा था आरोपी

आरोपी अजय भेड़िया पुलिस को चकमा देते हुए नारायणपुर के जंगल में नक्सल बेल्ट में जाकर छिपा हुआ था, ताकि पुलिस उस तक नहीं पहुंच पाए। उसने अपना मोबाइल नंबर तक बंद कर रखा था। ना किसी से बातचीत करता था ना किसी से संपर्क। अपने एक दोस्त के साथ वह नारायणपुर में छिपा रहा। इसकी खुफिया जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने स्थानीय पुलिस की मदद के जरिए आरोपी को रात 3:30 बजे पकड़ने में सफलता हासिल की। जिसे शनिवार को बालोद गया। अभी उससे और पूछताछ होनी है।

प्रबंधक सहित कई हैं दोषी

निपानी बैंक के प्रबंधक तामेश्वर नागवंशी को भी गबन के इस मामले में दोषी पाया गया है। वहीं एक आरोपी की गिरफ्तारी शेष है जो इलाज के लिए रायपुर एम्स अस्पताल में भर्ती है। जिसके ठीक होने के बाद उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

करोड़ों की हो सकती है हेराफेरी

बालोद SP एसपी सदानंद कुमार ने बताया कि मामला करोड़ों का हो सकता है, फिलहाल हमने 5 लोगों के खातों की जांच में 18 लाख 30 हजार रुपए की हेराफेरी पाई है। हमारे पास करीब 500 आवेदन आए हैं। शेष खाते की अभी भी जांच कर रहे हैं।,जिसमें लाखों-करोड़ों की हेराफेरी सामने आ सकती है।

ऐशो-आराम से रहता था अजय भेड़िया

इधर चर्चा है कि बालोद में मुख्य आरोपी अजय भेड़िया आलीशान मकान में रहता था। उसकी लाइफस्टाइल बहुत महंगी थी। इससे लोगों को शक भी होता था कि कैशियर की नौकरी में इतनी कमाई कहां से होती है। अब लोगों को समझ में आ रहा है कि यह सब पैसों की हेराफेरी से चल रहा था।

ऐसे करता था गबन

आरोपी ने पूछताछ में 03-04 वर्षो से खाताधारको का फर्जी फिक्स डिपाजिट कर, पासबुक में फर्जी पैसा सबंधित जानकारी उल्लेखित कर, खाताधारको के खाते से फर्जी पैसा आहरण पर्ची भर कर पैसा निकाल लेना तथा पैसों को अपने सह आरोपियों लिपिक दौलत राम ठाकुर एवं शाखा प्रबंधक तामेश्वर नागवंशी के साथ आपस में बाटना स्वीकार किया गया। अरोपी से पूछताछ जारी है, जिसमें कई बड़े खुलासे हो सकते है। प्रकरण के सह आरोपी की तलाश जारी हैं।

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