भारतीय रेलवे के कोच रेस्टोरेंट में मिलेंगे हर प्रदेश के लजीज व्‍यंजन

भोपाल। मध्यप्रदेश के भोपाल रेलवे स्टेशन पर रेल कोच रेस्‍तरां 23 मार्च को लांच किया गया है। इसमें यात्रियों को सभी स्वादिष्ट व्यंजन मिलेंगे। विशेषकर भोपाल के स्थानीय व्यंजनों की श्रृंखला मौजूद रहेगी। इसके अलावा मध्य भारत में पाए जाने वाले ज्यादा से ज्यादा व्यंजनों को भी यात्रियों की मांग पर परोसा जाएगा। यह प्लेटफार्म छह की तरफ बुधवार शाम से यात्रियों के लिए शुरू कर दिया गया है।  

रेलवे मंत्रलय ने इसकी जानकारी बताया है कि इसे सप्ताह के सातों दिन 24 घंटों  खुला रहेगा। जिसमें  यात्री बैठकर अब  रेलवे के सफर का मजा लेते हुए देश के विभिन्न खाद्य पदार्थ वेज और नॉनवे) का मजा ले सकेंगे| इस रेस्टॉरेंट का संचालन मेसर्स पियूष ट्रेडर्स फैमिली मुम्बई के द्वारा संचालित किया जाएगा। इसके साथ ही रेलवे को रेस्टोरेंट से 58 लाख 72 हजार 329 रुपए राजस्व के प्राप्त होंगे।

इन व्यंजनों में  मुम्बई की पावभाजी, कोलापुर का मीसल पाव, दक्षिण भारत का इटली-डोसा, बिहार का लिट्ठी चोखा, पंजाब का छोला-कुलचा, राजमा-चावल, आलू-बंडा, समौसा, बुंदेलखण्ड की आलू-टिक्की, मटर-चाट के अलावा कई लजीज स्वादिष्ट व्यंजनों की सुविधा उपलब्ध होगी।

विशेष प्रकार की आईसक्रीम भी मिलेगी,जिसमें सेंडवेज आईसक्रीम, गुलाब जामुन के अंदर आईसक्रीम इत्यादि का टेस्ट पहली बार भोपाल में ले सकेंगे। आत्मनिर्भर भारत के तहत इस रेस्टोरेंट में मुम्बई और स्थानीय कारीगरों से आर्डर पर मनचाहे लजीज व्यंजनों को तैयार करवाया जाएगा।

‘आहार’ रेल कोच रेस्टोरेंट में लजीज व्यंजनों को ऑनलाइन आर्डर पर अपने घर पर मंगवाया जा सकता है। इसके अलावा यात्रा करने वाले पेसेंजर भी व्यंजनों का आर्डर ऑनलाइन देकर अपनी गाड़ी पर भी मंगवा सकेंगे। यह सुविधा 24 घंटे सातों दिन मिलेगी।

रेलवे द्वारा स्टेशन को आधुनिक बनाने के साथ यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। रेस्टोरेंट में 42 लोगों के एक साथ बैठकर खाने की व्यवस्था होगी। इस खास रेल रेस्टोरेंट को रेल कोच की तरह बनाया गया है। इसके साथ साथ रेलवे परिसर में रखे कोच के बाहर लगभग दो हजार वर्ग फीट के मैदान में 20 परिवार को बैठकर लजीज व्यंजन का आनंद लेने की व्यवस्था की गई है।

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