क्लोन चेक के जरिये जिला प्रशासन के खाते से सवा करोड़ निकाले, हड़कंप मचने के बाद शुरू हुई ठगों की खोजबीन
क्लोन चेक के जरिये जिला प्रशासन के खाते से सवा करोड़ निकाले, हड़कंप मचने के बाद शुरू हुई ठगों की खोजबीन

कोरिया। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में एक ऐसी वारदात सामने आयी है, जिससे जिले के प्रशासनिक अमले के बीच अफरा-तफरी मच गई है। यहां कलेक्ट्रेट के नाजिर शाखा में जो चेक पड़े हुए हैं, उनका क्लोन बनाकर बैंक से 1 करोड़ 29 लाख रूपये निकाल लिए गए। इस सनसनीखेज मामले की जानकारी जैसे ही हुई पुलिस और प्रशासनिक अमला जांच में जुट गया है। वहीं इस मामले में बैंक प्रबंधन की लापरवाही उजागर होने के बाद बैंक ने कलेक्टर को पत्र लिखकर सारी रकम जल्द ही संबंधित खाते में जमा करने की बात कही है।

कलेक्टर कार्यालय, कोरिया की नाजरात शाखा से 23 दिन के भीतर 3 लोगों के नाम से 21 फर्जी चेक बैंक में लगाकर राशि का आहरण किया गया है। इसकी सूचना स्टेट बैंक प्रबंधन ने कलेक्टोरेट कार्यालय में दी, तब मामले का खुलासा हुआ। आश्चर्य इस बात का है कि जिन नंबरों के 21 चेक से रुपए का आहरण किया गया है, उन नंबरों के चेक अभी भी कलेक्टर कार्यालय में सुरक्षित है, और वे किसी के नाम पर जारी ही नहीं किया गए हैं। ऐसे में चेक की क्लोनिंग या डुप्लीकेट चेक बनवाकर रुपए निकालने की बात सामने आ रही है।

लगातार क्लियरिंग के चलते हुई शंका

दरअसल कलेक्ट्रेट के नाजरात शाखा का खाता स्टेट बैंक बैकुंठपुर में संचालित है। उक्त खाते में जमा राशि के संबंध में 13 अप्रैल को ब्रांच मैनेजर द्वारा पत्र के माध्यम से बताया गया कि 22 मार्च से लेकर 13 अप्रैल तक आपके कार्यालय को जारी चेक बुक में से राशि समान नाम के व्यक्ति/फर्म (दीवान सिंह पारते, अक्षर पविलियन सीएचएसएल व अतीश सुभाष गायकवाड़) के खातों में क्लीयरिंग द्वारा कई बार जमा हुई है। अब तक इन 3 खातों में 1 करोड़ 29 लाख 788 रुपए का आहरण कर लिया गया है। नाजरात शाखा में जब संबंधित चेक नंबरों की जांच की गई, तब पता चला कि वे तो जारी ही नहीं हुए हैं।

हाई प्रोफाइल मामले की तत्काल शुरू हुई जांच

इस फर्जीवाड़े की जानकारी सामने आते ही कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने तत्काल अफसरों की बैठक लेकर जानकारी ली, साथ ही एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। जिस पर संयुक्त कलेक्टर ने चरचा थाने में सूचना दी। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, संयुक्त कलेक्टर की रिपोर्ट पर चरचा पुलिस ने फर्जी चेक के माध्यम से 1 करोड़ 29 लाख 788 रुपए का फर्जीवाड़ा करने वाले अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धारा 467, 468, 471, 420 के तहत अपराध दर्ज किया है।

ठगों को पकड़ने कई दिशाओं में रवाना हुई पुलिस

कोरिया SP प्रफुल्ल ठाकुर ने TRP न्यूज़ को बताया कि बैंक प्रबंधन और साइबर सेल को जांच के दौरान जो क्लू मिले हैं, उसके आधार पर ठगों की धर-पकड़ के लिए अलग-अलग स्थानों पर पुलिस की टीमें बनाकर भेजी गईं हैं। जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ सकते हैं। गौरतलब है कि पुलिस ने इस मामले में नाजरात शाखा के प्रभारी से पूछताछ की है। इस संबंध में पूछे जाने पर SP प्रफुल्ल ठाकुर ने कहा कि नाजिर पर पुलिस को कोई शंका नहीं है, जबकि उलटे बैंक के अधिकारी-कर्मचारी संदेह के घेरे में हैं।

बैंक प्रबंधन की लापरवाही उजागर

जानकारी मिली है कि जिला प्रशासन के खाते से 1 करोड़ 29 लाख निकाले जाने के मामले में बैंक प्रबंधन की लापरवाही उजागर हुई है। बैंक के कर्मियों ने चैकों के क्लियरिंग के दौरान हस्ताक्षर का मिलान तक ठीक से नहीं किया है। यही वजह है कि ठगों ने 23 दिनों में एक के बाद एक 21 चेक लगाकर बड़ी रकम निकलने में सफलता हासिल कर ली। इसके बाद हरकत में आये बैंक प्रबंधन ने अपने स्तर पर मामले की जांच की।

29 लाख रूपये हुए रिकवर, सारी रकम लौटाएगा प्रबंधन

भारतीय स्टेट बैंक के बैकुंठपुर शाखा प्रबंधक ने बताया कि “कलेक्टर कार्यालय के नाजरात शाखा के खाता क्रमांक 11032262800 में क्लोनिंग चेक के माध्यम से हुए फर्ज़ी चेक के आहरण की सूचना मिलते ही समाशोधन हेतु आवश्यक कार्यवाही करते हुए 29 लाख रुपए के 3 चेक के आहरण पर रोक लगाते हुए रिकवर कर लिए गए हैं। शेष राशि की रिकवरी हेतु प्रक्रिया जारी है। आरबीआई के नियमानुसार चेक प्रेसेंटिंग बैंक से क्लेम कर सारी रकम का भुगतान उक्त खाता क्रमांक में जल्द कर दिया जाएगा।” देखिये प्रबंधन द्वारा कलेक्टर कोरिया को प्रेषित पत्र :

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